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Showing posts from April 5, 2017

अंधियारे में रोशनी

हम अंधियारे में रोशनी, ​ रोज रोज जलाते हो।। कभी भीतर भी दीपक, जलाया करो ।। कभी कभी, अपने तम के गहरे सागर में, गोता लगाया करो।। कुछ मोती वर्षों से पड़े हैं, उन्हें निकाल लेना।। क्योंकि इन्ही से, भविष्य की माला बनने वाली।। नकुल कुमार आलोचक मोतिहारी पूर्वी चम्पारण 08083686563 08789826276

प्रेम पत्र.............. हे राम

पहले प्यार की पहली चिट्ठी, दे आया हूं हे राम।। लोक-लाज को छोड़कर, कुछ कह आया हूं हे राम।। बड़े नियंत्रण से वर्षों तक, मैंने पढ़ा देखा, हर पोस्ट को,हर पिक्चर को।। अब अब पोस्ट और पिक्चर से आगे, बात बढ़ाया हूं हे राम ।। नकुल कुमार आलोचक मोतिहारी पूर्वी चम्पारण बिहार 845401 08789826276 08083686563