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Showing posts from June 29, 2017

स्वच्छ भारत अभियान फेल

हल्का होने के चक्कर में, फंस गए देखो महामना ।। स्वच्छ भारत अभियान में, करने को था किया मना।। नियति यह बिहार की, कमी गठबंधन सरकार की। कागज पर खूब काम हुएं, अख़बारों में नाम हुएं। ज़मीनी हक़ीक़त कोसों दूर, अंततः महामना हुएं मजबूर।। नकुल कुमार साह युवा आलोचक In light of the lighter, Look trapped In the Swachh Bharat Abhiyan, To do was forbidden .. Destiny It's Bihar, The lack of coalition government. Work a lot on paper, Name in the newspapers So far the earth's reality, Finally, be forced to become pregnant .. Nakul Kumar Sah Young critic

इश्क का पत्थर

इश्क का पत्थर, जो फेंकती हों तुम। कसम से बार बार, उठाने को जी चाहता है।। तुम्हारी अदाएं इतनी मदहोश है, कि बार बार तुम्हारी गली में, आने को जी चाहता है।। "नकुल कुमार साह"