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Showing posts from June 28, 2018

राम राम राम....... राम नाम

दोहा:---✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍ 🌴राम नाम वह बृक्ष है,                 जो फल देत हजार। तोड़े से वह फलत अरु,            चहुँदिशि झुकती डार।। 📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝 मुक्तक:--- 🌴1 देखा सुना अलग ही,                  विधि का विधान है, अनुपम प्रबन्ध रचना,                      माया  प्रधान  है, लेकिन मनुष्य जीवन,                   अनुपान है 'भ्रमर', रसमय  सुगन्ध देती,                   गीता  महान  है।। 🌴2 दुराभाव से'भ्रमर' ग्रसित है,                  मानवता का थाना, विपदा कौन  कहॉं से आये,                   ना जाये  पहचाना, डरी कौतुकी विम्ब सेअपने,                 जब सुष्मा बरियाई, ममता-नेह-प्यार के मतलब,                बदले रोज जमाना।। ➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕➕ ✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍ विजय नारायण अग्रवाल 'भ्रमर' vnbhrmar2244@gmail.com.                                     रायबरेली 28 जून 2018 ✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍

सी०पी० आई०(एम) बेगूसराय के जिला सचिव मंडल सदस्य का० राम भजन सिंह के 35 वर्षीय पुत्र विपिन कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या...

दिनांक 25/06/2018की रात करीब साढ़े आठ बजे अपराधियों ने सी०पी० आई०(एम) बेगूसराय के जिला सचिव मंडल सदस्य का० राम भजन सिंह के 35 वर्षीय पुत्र विपिन कुमार सिंह की बेगूसराय नगर निगम के पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल के आवास के समीप मीरगंज में सड़क पर गोली मार दी, जिसका इलाज के दौरान निधन हो गया। विपिन अपने एक दोस्त के लिए बेगूसराय के एक होटल में लड़की देखकर और रिश्ता तय कर  अपने घर लौट रहे थे।गोली पीछे से सिर में लगी थी। घटना की सूचना मिलते ही पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य एवं बेगूसराय के पूर्व विधायक का० राजेन्द्र प्रसाद सिंह, जिला सचिव का० सुरेश यादव और अन्य नेता घायल युवक के पास पहुंचे और इलाज का समुचित प्रबंध किया। इसके बावजूद उनकी मृत्यु हो गयी। विपिन कुमार बहुत ही मिलनसार स्वभाव के व्यवहारकुशल  व्यक्ति थे। उनकी किसी से अदावत नहीं थी। आज दिनांक 27/06/2018 को सी0पी0आई0(एम) बिहार राज्य सचिव का० अवधेश कुमार के नेतृत्व में पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य का० गणेश शंकर सिंह, बेगूसराय के पूर्व विधायक का० राजेन्द्र प्रसाद सिंह, पार्टी राज्य कमेटी सदस्य का० दिनेश प्रसाद सिंह, पार्टी जिला सचिव का०

चंपा से चंपारण के नायक करोड़पति सुशील कुमार

किसी ने ठीक ही कहा है आसमान में सुराग क्यों नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो चंपा से चंपारण वृक्षारोपण अभियान चलाकर जिस तरह से करोड़पति सुशील कुमार ने चंपा के पौधे से चंपारण के गौरवशाली इतिहास को पुनर्जीवित किया है इसकी कितनी भी तारीफ की जाए कम है मालूम हो कि 3 महीना पहले करोड़पति सुशील कुमार ने यह सपना भी नहीं देखा होगा कि उनका यह अभियान इतना विस्तृत रूप धारण कर लेगा और इसे इतना बड़ा जनसमर्थन हासिल होगा लगभग 3 महीना पहले सुशील कुमार के पिता ने अपने नए जमीन पर एक चंपा का पौधा लगाया था इसे देखकर सुशील कुमार के मन में जिज्ञासा हुई कि चंपा का पौधा हमारे ही दरवाजे पर क्यों सब के दरवाजे पर क्यों नहीं काफी सोच विचार के बाद सुशील कुमार इस निर्णय पर नहीं पहुंच पा रहे थे कि आखिर इसकी शुरुआत कहां से कैसे किया जाए पता नहीं क्या होगा जनता का समर्थन हासिल होगा या लोग मजाक बनाएंगे फिर सुशील कुमार अपने पॉकेट मनी से कुछ चंपा के पौधे खरीद कर अपने मित्रों सगे-संबंधियों के दरवाजे पर लगाने लगे और इस का फोटो खींचकर सोशल साइट पर डालने लगे सोशल साइट पर इसका जबरदस्त प्रभाव देखने को मिला सोशल साइट्