मुझसे कुछ नहीं कहते हो, इतना चुप क्यों रहते हो। बेजान पड़ा ये माली हैं, सूखी जबसे ड़ाली हैं । इंस्टाग्राम छोड़ा तुमने, अब मैसेंजर भी खाली खाली हैं। इतनी तड़प तुम सहते हो, फिर भी कुछ नहीं कहते हो। ... ...
क्योंकि सच एक मुद्दा हैं
क्योंकि सच एक मुद्दा हैं