व्यक्ति विशेष में पढ़िए मोतिहारी के लाल रामनिवास सिंह की कहानी जिन्होंने 100 रुपया से एक करोड़ की कंपनी बना डाली...
मोतिहारी /नकुल कुमार मोतिहारी। "कौन कहता है आसमान में सुराग नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो" .......उपरोक्त पंक्तियों को चंपारण के गरीब किसान के बेटे रामनिवास सिंह ने अपनी कड़ी मेहनत एवं बौद्धिक कौशल के बल पर 1 करोड़ से ज्यादा के टर्नओवर की कंपनी बनाकर साबित कर दिया है। कौन है रामनिवास सिंह:- रामनिवास सिंह पूर्वी चंपारण जिले के पताही थाना क्षेत्र के रतनसायर गांव के किसान आनंद किशोर सिंह के पुत्र हैं। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे रामनिवास सिंह शुरू से ही पिता के साथ साथ माता एवं भाई बहनों के दुलारे रहे हैं किंतु परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी ना होने के कारण पिता को उनसे जीविकोपार्जन के सिवा कुछ खास उम्मीद नहीं थी जिस कारण उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव की स्कूल में संपन्न हुई। मुंबई की यात्रा, संघर्ष एवं जीवन का टर्निंग प्वाइंट:- 2003 के आते-आते परिवार की माली स्थिति इतनी खराब हो गई कि मैट्रिक का फॉर्म भरने के लिए उनके पास ₹100 तक नहीं थे जिस कारण से वे करंट ईयर में मैट्रिक की परीक्षा देने से वंचित रह गए। उन्हीं दिनों उनके पिता आनंद किशोर सिंह न