Skip to main content

Posts

Showing posts with the label स्वतंत्र पत्रकार: नकुल कुमार

बिहार ITI मैं आया ज्ञानपुॅज स्टडी सेंटर, बेगूसराय का बंपर रिजल्ट

कक्षा में अध्ययनरत  14 छात्र -छात्राओं मे 12 छात्र - छात्रा का चयन आई टी आई प्रवेश परीक्षा मे हुआ है ...। कहां गया है कि प्रतिभा किसी के भीख की मोहताज नहीं होती जो प्रतिभावान होते हैं वह अपने बल पुरुषार्थ ज्ञान बुद्धि एवं विवेक से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर ही  लेते हैं और अपने इसी ज्ञान और बुद्धि केबल पर ज्ञान कुंजी स्टडी सेंटर के छात्रों ने बिहार ITI में अपनी  सफलता का परचम लहराया है....                  जी हां बिहार ITI का रिजल्ट आ चुका है कहीं खुशी है तो कहीं गम है लेकिन बेगूसराय के ज्ञानपुंज स्टडी सेंटर के बच्चों में खासा उत्साह देखा गया है क्योंकि यहां 14 में से 12 छात्रों का सिलेक्शन बिहार ITI में हो गया है जिनमें क्र.    ---नाम----   -----गांव- 1) प्रतिभा कुमारी - मुसहरी 2)बिट्टू कुमार - मुसहरी 3)गौतम कुमार - कुम्भी 4) रौशन कुमार - मालपुर 5) अरूण कुमार - तारा 6)राजु कुमार - कुम्भी 7 ) बब्लू कुमार - कुम्भी 8) राजा कुमार - कुम्भी 9) बौआ मलिक - कुम्भी 10) नीतिश कुमार - कुम्भी 11)गोविंद कुमार - कुम्भी 12)जितेन्द्र कुमार - कुम्भी मालूम हो कि बेगूसराय के शिक्षक "ओम सर" ग्रा

हम वो आशिक हैं..........

हम वो आशिक़ हैं ( कविता) ✒ हम पायल के छनकार के आशिक़ नहीं।। हम तो आशिक़ हैं, जो कोयल के कुक में मदहोश होते हैं। हम जखम खाने वाले नहीं, जखम को प्यार की ताकत से। भरने वाले आशिक़ हैं।। छोड़ देती हैं लड़कियाँ, उन गालिबो को, जो दिखावा करते हैं। हम वो आशिक़ हैं, जो सच्ची आशिक़ि निभाते हैं। दिल तोड़ना तो उनके लिए आसान है, हमें तो दिलों को जोड़ने से फुरसत नहीं । हम वो आशिक़ हैं, जो प्यार निभान जानते हैं ।                    ✒  * सुनिल कुमार कवि राज 📝 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿

वर्षा ऋतु दिनचर्या

🌧 वर्षा ऋतू में सेहत की देखभाल🌧 🌧 वर्षा ऋतू में रोग, मंदाग्नि, वायुप्रकोप, पित्तप्रकोप का बाहुल्य होता है | ८० प्रकार के वायुसंबंधी व ३२ प्रकार के पित्तसंबंधी रोग होते हैं | वात और पित्त जुड़ता है तो ह्रदयाघात ( हार्ट – अटैक ) होता है और दूसरी कई बीमारियाँ बनती हैं | इनका नियंत्रण करने के लिए बहुत सारी दवाइयों की जरूरत नहीं है  | समान  मात्रा में हरड व आँवला, थोड़ी – सी सोंठ एवं मिश्री का मिश्रण बनाकर घर में रख लो | आश्रम के आँवला चूर्ण में मिश्री तो है ही | आँवला, मिश्री दोनों पित्तशामक हैं | सोंठ वायुशामक है और हरड पाचन बढ़ानेवाली है | 🌧 अगर वायु और पित्त है तो यह मिश्रण लो और अकेला वायुप्रकोप है तो हरड में थोडा सेंधा नमक मिलाकर लो अथवा हरड घी में भूनकर लो | 🌧 जो वर्षा ऋतू में रात को देर से सोयेंगे उनको पित्तदोष पकड़ेगा | इन दिनों में रात्रि जल्दी सोना चाहिए, भोजन सुपाच्य लेना चाहिए और बादाम, काजू, पिस्ता, रसगुल्ले, मावा, रबड़ी दुश्मन को भी नहीं खिलाना, बीमारी लायेंगे | पाचन कमजोर है, पेट के खराबियाँ हैं तो ३० ग्राम तुलसी- बीज जरा कूट दो, फिर उसमें १० - १०  ग्राम शहद व अदरक का रस मिल