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Showing posts from August 8, 2018

नगर परिषद मोतिहारी में नगर के विकास के लिए नगर विधायक सह पर्यटन मंत्री ने की पदाधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक...

NTC NEWS MEDIA /Motihari मोतिहारी प्रखंड कार्यालय में आज मोतिहारी नगर के विधायक एवं बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने  मोतिहारी के एसडीओ बीडियो सहित मोतिहारी नगर के जनप्रतिनिधियों के साथ मोतिहारी नगर के विकास के लिए एक समीक्षा बैठक की जिसमें मोतिहारी नगर के अब तक के विकास एवं आगे के विकास के लिए रोडमैप तैयार करने पर चर्चा हुई। मोतिहारी प्रखंड कार्यालय में SDO, BDO, CO सहित सभी सम्मानित जनप्रतिनिधियों के साथ सभी विभागों की समीक्षा बैठक करते हुए मोतिहारी के वर्तमान विधायक एवं बिहार सरकार  में पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार!!

नगर परिषद मोतिहारी में नगर के विकास के लिए नगर विधायक सह पर्यटन मंत्री ने की पदाधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक...

NTC NEWS MEDIA /Motihari मोतिहारी प्रखंड कार्यालय में आज मोतिहारी नगर के विधायक एवं बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने  मोतिहारी के एसडीओ बीडियो सहित मोतिहारी नगर के जनप्रतिनिधियों के साथ मोतिहारी नगर के विकास के लिए एक समीक्षा बैठक की जिसमें मोतिहारी नगर के अब तक के विकास एवं आगे के विकास के लिए रोडमैप तैयार करने पर चर्चा हुई। मोतिहारी प्रखंड कार्यालय में SDO, BDO, CO सहित सभी सम्मानित जनप्रतिनिधियों के साथ सभी विभागों की समीक्षा बैठक करते हुए मोतिहारी के वर्तमान विधायक एवं बिहार सरकार  में पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार!!

अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं.

अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. न मालूम राहें कौन सी थी किधर किधर गया हूँ मैं, बच के चला तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. रास्ते बड़े कठिन हैं सुनता आया हूँ मैं ज़मानों से, पर पसार उड़ चला हूँ बात करता हूँ आसमानों से. कबूतरों सी रही उड़ान मेरी बाजों से घिर गया हूँ मैं, बच के चला मैं तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. ज़िंदगी कोई सिनेमा तो नही तीन घन्टों में गुज़र जाती जो, कहने को चार दिन की है तकती आँखे भी कुछ बताती जो. पानी आँखों का खरीदता ही रहा जिधर जिधर गया हूँ मैं, बच के चला तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. अब ज़िद पे अड़ गया हूँ पीछे ज़िंदगी के पड़ गया हूँ, ज्यादा मौत से भी क्या देगी अब खुद से लड़ गया हूँ. मुश्किलों से करके प्यार 'धरम' बिखर बिखर गया हूँ मैं बच के चला तोहमतों से. अपनी नज़रों में गिर गया हूँ  Dharmendra KR Singh 7860501111 www.facebook.com/hilormeremanki SAHWES

अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं.

अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. न मालूम राहें कौन सी थी किधर किधर गया हूँ मैं, बच के चला तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. रास्ते बड़े कठिन हैं सुनता आया हूँ मैं ज़मानों से, पर पसार उड़ चला हूँ बात करता हूँ आसमानों से. कबूतरों सी रही उड़ान मेरी बाजों से घिर गया हूँ मैं, बच के चला मैं तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. ज़िंदगी कोई सिनेमा तो नही तीन घन्टों में गुज़र जाती जो, कहने को चार दिन की है तकती आँखे भी कुछ बताती जो. पानी आँखों का खरीदता ही रहा जिधर जिधर गया हूँ मैं, बच के चला तौहमतों से अपनी नज़रों में गिर गया हूँ मैं. अब ज़िद पे अड़ गया हूँ पीछे ज़िंदगी के पड़ गया हूँ, ज्यादा मौत से भी क्या देगी अब खुद से लड़ गया हूँ. मुश्किलों से करके प्यार 'धरम' बिखर बिखर गया हूँ मैं बच के चला तोहमतों से. अपनी नज़रों में गिर गया हूँ  Dharmendra KR Singh 7860501111 www.facebook.com/hilormeremanki SAHWES

किसी की भूख बन सजा पाती हैं बेटियाँ

अपनों के बीच हरदम खिलखिलाती बेटियाँ तो कहीं रिश्तों में फँस कुम्हला जाती बेटियाँ कहीं भूख से तड़प कर मर जाती बेटियाँ तो कहीं किसी की भूख बन सजा पाती हैं बेटियाँ खिलने दो,मुस्कुराने दो,चहचहाने दो हमें वंश-दर-वंश आगे बढ़ाती हम बेटियाँ      **********

किसी की भूख बन सजा पाती हैं बेटियाँ

अपनों के बीच हरदम खिलखिलाती बेटियाँ तो कहीं रिश्तों में फँस कुम्हला जाती बेटियाँ कहीं भूख से तड़प कर मर जाती बेटियाँ तो कहीं किसी की भूख बन सजा पाती हैं बेटियाँ खिलने दो,मुस्कुराने दो,चहचहाने दो हमें वंश-दर-वंश आगे बढ़ाती हम बेटियाँ      **********