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Showing posts from June 27, 2019

जनता से कौन जुड़ा हुआ है ? l डॉ. वेदप्रताप वैदिक

लोकसभा में राष्ट्रपति के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरु-गांधी परिवार पर जो ताना कसा है, वह इतना सटीक है कि उसे गलत नहीं कहा जा सकता लेकिन उन्होंने कांग्रेस के लिए जो कहा है, वह क्या देश के सभी राजनीतिक दलों पर लागू नहीं होता ? उन्होंने कहा कि कांग्रेस इतनी ऊंची उठ गई कि वह जड़ से ही उखड़ गई। सचमुच कांग्रेस के नेता, जो सोने की चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए, उन्हें शहद और रसमलाई का स्वाद तो पता है लेकिन गेहूं और करेले का स्वाद वे क्या जानें ? वे जनता से कट गए हैं। सिर्फ कुर्त्ता-पायजामा पहन लेने से कोई जनता के नजदीक नहीं हो जाता। चुनाव-अभियान के दौरान उन्होंने जैसी भाषा का इस्तेमाल किया, क्या हमारे साधारण लोग भी एक-दूसरे के लिए वैसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं ? यह ठीक है कि राहुल गांधी के मुकाबले नरेंद्र मोदी की भाषा अधिक संयत थी और उनके भाषण भी लोक-लुभावन थे लेकिन क्या मोदी भी जनता से उतने ही कटे हुए नहीं हैं, जितने कि कांग्रेसी नेता ? पिछले पांच साल में मोदी ने एक दिन भी जनता-दरबार नहीं लगाया, एक दिन भी पत्रकार-परिषद नहीं की, शायद एक दिन भी किसी ...

यहाँ सपनों के भी खरीदार मिल जाएंगे....... सपने ले लो सपने

बस स्टैंड के बाहर  एक अंगूठी बेचने वाला जोर जोर से चिल्ला रहा था। काले घोड़े की नाल की चमत्कारी अंगूठी ले लो .......कीमत केवल दस रूपये अंगूठी, बेचने वाला का दावा साथ बोल रहा था, अंगूठी पहनते ही सब समस्या दूर,गृहक्लेश दूर,नौकरी मिल जाएगी, व्यापार चमक जाएगा, हर इम्तेहान में पास हो जाओगे, हाईस्कूल में टॉप करोगे। मुझे अंगूठी बेचने वाले की नादानी और उसकी हालत पर दया आ रही थी, और उससे भी ज्यादा दया आ रही थी अगुंठीयों के खरीददारों पर जो भीड़ लगाए हुए उस अंगूठी बेचने वाले के इर्द-गिर्द खड़े हुए थे। मेरे मन का ही यक्ष मुझ युधिष्ठिर से प्रश्न कर रहा था कि  आखिर लोग सत्य के नाम पर झूठ क्यों बेचते हैं....??? घोड़े की नाल अगर इतनी ही चमत्कारी होती तो  सबसे पहले उस काले घोड़े की किस्मत चमकती। उसे रोज रोज  दाएं बाएं चलने, सही से खड़े रहने अथवा भीषण गर्मी में प्यास से तिलमिलाते हुए माल ढोने के लिए मालिक के चाबुक की मार न खानी पड़ती। और तो और यह चमत्कारी घोड़ा और चमत्कारी घोड़े की नाल की गठरी जिस व्यापारी के पास होगा, कम से कम वह रोड पर दुकान तो नहीं लगा रहा होता। सच में कहूं तो ...