मैं प्रेम पत्र नहीं लिख सकता, इसका इंतजार न करना । दिल में जो राज हो, उसे राज ना करना । कुछ लिखना, भूल से ही सही,मेरे वास्ते, जल्द भेजना , मुझे बेकरार न करना । भूल से ही सही, हमने यदि कुछ पूछ लिया हो तुम से, प्रण्य बंधक उन बातों का, दिल से आन न करना। मेरे स्नेह का बंधन, तुमसे ही बंधा है, याद रखना, इससे कभी इन्कार न करना। और जो करती हो तुम, रातों में इंतजार हमारा। और इधर भी मन ढ़ूंढ़ता है, सोशल साइट्स का इंबाक्स सारा। और जब आधी रात में, इतने प्यार से, गुड नाईट कहती हो, नींद के आगोश में, जाकर मेरा जिया जलाती हो, कसम से तुम्हारी ये आदत, मुझे पूरी रात सोने नहीं देती हैं। तुम्हारा कलमकार आशिक #नकुल कुमार
क्योंकि सच एक मुद्दा हैं