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Showing posts from April 20, 2017

तुम्हारा कलमकार आशिक .........…. नकुल कुमार

मैं प्रेम पत्र नहीं लिख सकता, इसका इंतजार न करना । दिल में जो राज हो, उसे राज ना करना । कुछ लिखना, भूल से ही सही,मेरे वास्ते, जल्द भेजना , मुझे बेकरार न करना । भूल से ही सही, हमने यदि कुछ पूछ लिया हो तुम से, प्रण्य बंधक उन बातों का, दिल से आन न करना। मेरे स्नेह का बंधन, तुमसे ही बंधा है, याद रखना, इससे कभी इन्कार न करना। और जो करती हो तुम, रातों में इंतजार हमारा। और इधर भी मन ढ़ूंढ़ता है, सोशल साइट्स का इंबाक्स सारा। और जब आधी रात में, इतने प्यार से, गुड नाईट कहती हो, नींद के आगोश में, जाकर मेरा जिया जलाती हो, कसम से तुम्हारी ये आदत, मुझे पूरी रात सोने नहीं देती हैं। तुम्हारा कलमकार आशिक #नकुल कुमार

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Nakul

हारिए न हिम्मत~~~~~ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य

तुम्हें अपने मन को सदा कार्य में लगाए रखना होगा। इसे बेकार न रहने दो। जीवन को गंभीरता के साथ बिताओ। तुम्हारे सामने आत्म उन्नति का महान कार्य है और पास में थोड़ा समय है। यदि अपने को असावधानी के साथ भटकने दोगे तो तुम्हें शोक करना होगा और इस से भी बुरी स्थिति को प्राप्त होगे। धैर्य और आशा रखो तो शीघ्र ही जीवन की समस्त स्थिति का सामना करने की योग्यता तुम में आ जाएगी। अपने बल पर खड़े होओ। यदि आवश्यक आवश्यक हो तो समस्त संसार को चुनौती दे दो। परिणाम में तुम्हारी हानि नहीं हो सकती। तुम केवल सबसे महान से संतुष्ट रहो। दूसरे भौतिक धन की खोज करते हैं और तुम अंतकरण के धन को ढूंढो।