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Showing posts with the label नकुल कुमार 08083686563

एकतरफा प्यार से...........वैराग्य की ओर

पुराने जमाने में एक राजा हुए थे, भर्तृहरि। वे कवि भी थे। उनकी पत्नी अत्यंत रूपवती थीं। भर्तृहरि ने स्त्री के सौंदर्य और उसके बिना जीवन के सूनेपन पर 100 श्लोक लिखे, जो श्रृंगार शतक के नाम से प्रसिद्ध हैं। उन्हीं के राज्य में एक ब्राह्मण भी रहता था, जिसने अपनी नि:स्वार्थ पूजा से देवता को प्रसन्न कर लिया। देवता ने उसे वरदान के रूप में अमर फल देते हुए कहा कि इससे आप लंबे समय तक युवा रहोगे। ब्राह्मण ने सोचा कि भिक्षा मांग कर जीवन बिताता हूं, मुझे लंबे समय तक जी कर क्या करना है। हमारा राजा बहुत अच्छा है, उसे यह फल दे देता हूं। वह लंबे समय तक जीएगा तो प्रजा भी लंबे समय तक सुखी रहेगी। वह राजा के पास गया और उनसे सारी बात बताते हुए वह फल उन्हें दे आया। राजा फल पाकर प्रसन्न हो गया। फिर मन ही मन सोचा कि यह फल मैं अपनी पत्नी को दे देता हूं। वह ज्यादा दिन युवा रहेगी तो ज्यादा दिनों तक उसके साहचर्य का लाभ मिलेगा। अगर मैंने फल खाया तो वह मुझ से पहले ही मर जाएगी और उसके वियोग में मैं भी नहीं जी सकूंगा। उसने वह फल अपनी पत्नी को दे दिया। लेकिन, रानी तो नगर के कोतवाल से प्यार करती थी। वह अत्यंत सुदर्शन, ह

रात की गहराई में...... भाग-3

बड़ी दूर दूर से रहते हो, मुझसे कुछ नहीं कहते हो। छोटे से शब्द से, मुझे उत्तेजित कर जाते हो, कहो ना अरे ओ प्रीतम, तुम कैसे रह पाते हो ।। रात रात भर जगकर, मैसेंजर निहारा करता हूं , तुम्हें ऑफलाइन देखकर, बस तुम्हें पुकारा करता हूं।। एक आस कभी दे जाते हो, निराश भी कर जाते हो। कभी बातें करते हो, कभी बातें बनाते हो। और फिर निशब्द से हो जाते हो, अरे ओ प्रीतम बता दो ना, तन्हा कैसे रह पाते हो।। 💐तुम्हारा💐 नकुल कुमार NTC CLUB MEDIA "क्योंकि सच एक मुद्दा है"

निकाली गई प्रभात फेरी

आयुष एसोसिएशन द्वारा आज सुबह मोतिहारी में प्रभात फेरी निकाली गई जिसका थीम था सत्याग्रह से शिक्षा ग्रहण किया इस रैली में मोतिहारी के गणमान्य लोगों ने लोगों ने हिस्सा लिया इस रैली के माध्यम से मोतिहारी में जनमानस के बीच जागरूकता फैलाई गई कि जिस तरह से हमने सत्याग्रह अपनाकर अंग्रेजी साम्राज्य को समाप्त किया उसी प्रकार से हमें सत्याग्रह अपनाकर कूड़ा कचरा और गंदगी से अपने शहर को बचाना है वह स्वच्छता के संकल्प को दोहराना है इसके साथ ही साथ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की झांकी भी प्रस्तुत की गई इस रैली में मोतिहारी के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए नेता बुद्धिजीवी शामिल हुए साथ ही साथ इस प्रभात फेरी में घोड़े हाथी आदित्य जी द्वारा मोतिहारी की जनता को स्वच्छता व शिक्षा का संदेश देने की भरपूर कोशिश की गई उसके बाद यह रैली मोतिहारी की गांधी संग्रहालय में जाकर समाप्त हुई गांधी संग्रहालय मोतिहारी पूर्वी चंपारण से नकुल कुमार

रात की गहराई में.........भाग-02

रात की गहराई में, मुझे बुलाया करतीे हो । खुद ऑफलाइन होकर, गहरी नींद में सो जातीे हो। जब इतना ही तड़पाना था, तो क्या मैसेज सिर्फ बहाना था, यह कैसी हमदर्दी थी, यह कैसा हो जाना था...? मुझे जगाकर अरे ओ प्रीतम, जब खुद ही सो जाना था।। यू तीव्रनिद्रा में जाकर, जाने कहां खो जातीे हो। मैं मारा मारा फिरता हूं, फिर भी तुम नहीं आती हो।। जाने कहां रह जातीे हो, जाने कहां खो जातीे हो।। मैं प्रेमनगर से आया हूं, कुछ संदेशा लाया हूं।। कभी अपने सपनों की दुनियां में, मुझको भी बुलाओ ना। क्यों अकेले तड़पती हो, अब मेरे संग रास रचाओ ना।।

रात की गहराई में........भाग-01

यह रात बहुत ही गहरा है इस पर कहां किसी का पहरा है आप शब्दों से रात को झूठलाते हो, देखो कभी इसकी गहराई में , इसके सिर  भी एक सेहरा है मोहब्बत की तन्हाई में , अंधेरे को यह पीता है दिन भर अकेला ये, तन्हा तन्हा जीता है यह रात बहुत ही गहरा है इस पर कहां किसी का पहरा है रात रात भर तीतर कलरव करते रहते हैं एक दूसरे से मिलने को तड़पते रहते हैं नदी भी कल कल करती है समंदर की ओर दौड़ती है एक बिस्तर पर दो जोड़े एक दूसरे में मिट जाते हैं सन्नाटे को चीरकर हर आह को पी जाते हैं। यह रात बहुत ही गहरा है इसपर कहां किसी का पहरा है मेरे शब्दों पर ना गौर करो तनहाई में जग कर ना भोर करो मेरे शब्द जो तुम को आहत करते हैं कहीं जो तू रूठ ना जाओ, बस इसी भाव से डरते हैं अब ज्यादा ना इंतजार करो यूं मुझे ना बेकरार करो इस रात का श्रृंगार करो यह रात बहुत ही गहरा है इस पर कहां किसी के पहरा है

बचपन

#बचपन सुहावन होता है, #बचपन मनभावन होता है । #बचपन जीवन की नींव है, #बचपन स्वभाविक जीव हैं। #बचपन मंगल प्रभात है , #बचपन जीवन की शुरूआत है। #बचपन को ही पढ़ाना है, #बचपन में ही सिखाना है। #बचपन को सुधार कर, एक सभ्य समाज बनाना है ।। आइए सब मिलकर #बचपन_पढ़ाएं...... #नकुल_कुमार फाउंडर: #बचपन_पढ़ाओ_आन्दोलन                                        "बच्चा पढ़़ेगा तभी देश बढ़ेगा" #NTC_CLUB_Motihari

....इस वर्ष की अंतिम इच्छा............💐

क्या आप भी इन दोनों बच्चों की साल के अंतिम दिन की इच्छा पूरी करना चाहेंगे तो इस आर्टिकल को जरुर पढ़िए 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇 LKG & UKG मैं पढ़ने वाले इन दोनों बच्चों ने मिलकर #नकुल_सर के लिए #नए_साल_का_ग्रीटिंग_तैयार किया है। इन #दोनों_बच्चों_के_मेहनत लगन एवं सर के प्रति अन्नया प्रेम काबिल-ए-तारिफ हैं।                         इतना ही नहीं बच्चों ने सर से प्रॉमिस भी लिया कि 'सर हमारा यह ग्रीटिंग्स ऑफ इंटरनेट पर जरुर डालेगे। Facebook पर हम लोग देखेंगे कि कितना लाइक मिलता है.....? साल के अंतिम दिन उनकी अंतिम इच्छा को आज मैंने पूरी की। वैसे भी अंत भला तो सब भला। यदि आपको भी लगता हो की इन बच्चों की अंतिम इच्छा अधिक से अधिक लाइक प्राप्त करने की पूरी हो तो आप भी लाइक कर सकते हैं आप भी शेयर कर सकते हैं और पूरी कर सकते हैं किसी की अंतिम इच्छा ।। अपना क्या जाता है , यदि मेरे किसी काम से, किसी का काम बन जाता है जब किसी के चेहरे पर मुस्कान आता है।। बहुत-बहुत धन्यवाद के साथ मैं आप सबका #नकुल_कुमार #फाउंडर #बचपन_पढ़ाओ_आंदोलन  "बच्चा पढ़ेगा तभी देश बढ़ेगा" Founder & Di

मोतिहारी के शायर जनाब रफी साहब

कलम से जादू बिखेरी है आपने, डर लगता हैआपके लिए कलम चलाने में।।            .मोतिहारी के जाने माने शायर #जनाब_रफी_साहब सिर्फ एक शायर ही नहीं बल्कि एक जिंदादिल  इंसान भी है। आप पेशे से एक #शिक्षक एवं #पत्रकार हैं । एवं सामाजिक दृष्टिकोण से आप एक कुशल समाजसेवी व वक्ता हैं। वर्तमान समय में आप मोतिहारी शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय जीवन पब्लिक स्कूल में शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है।                 आपका मानना है कि पूरा समाज वैचारिक दृष्टिकोण से बना बढ़ा है एवं विचारों के माध्यम से ही इस में परिवर्तन लाया जा सकता है। अपनी कविता के माध्यम से भी आपने मोतिहारी शहर की से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपनी मुखर राय व्यक्त की है। चाहे वह मोतीझील का मुद्दा हो, चाहे वह साफ सफाई का मुद्दा हो या छात्रों के शैक्षणिक विकास से संबंधित मुद्दा हो।।                श्रीमान आपका विचार क्रांती अभियान सफल हो । एवं हमारा मोतिहारी शहर आपके गुण विचार एवं लिखने से सदा लाभान्वित होता रहे इन्हीं शब्दों के साथ आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।।                आपका नकुल कुमार 8083686563 फाउंडर  बचपन पढ़ाओ आन्दोलन NTC CLUB M

....उल्झन

उलझाने तो मकड़ी के जाल सी है, एक बार जो झाड़ू तुम उठाओ नकुल।।

शमशान की कमी से जूझता मोतिहारी

#नकुल_कुमार /मोतिहारी 8083686563 #शमशान_घाट_की_कमी_से_जूझता_मोतिहारी:- #क्या_मोतिहारी_में_मुस्लिम_कब्रगाहों_की_तरह_हिंदुओं_के_लिए_भी_श्मशानघाट_नहीं_होना_चाहिए....? नीचे के चित्र में दिल्ली श्मशान घाट को दिखाया गया है। पटना में भी श्मशान घाट है लेकिन दिल्ली का यह श्मशानघाट कुछ ज्यादा अच्छा है क्योंकि इसमें पर्यावरण को भी तरजीह दी गई है       मोतिहारी शहर जो कि #केंद्रीय_कृषि_मंत्री_राधा_मोहन_सिंह का संसदीय क्षेत्र है । लगभग 10 लाख जनसंख्या है इस जिले की। यहां से आईएएस-आईपीएस एवं करोड़पति सुशील कुमार निकले हैं । मोती झील जैसी सुंदर सरोवर है लेकिन श्मशानघाट नहीं है श्मशानघाट की कमी के कारण लोग यहां वहां लाश जला देते हैं या फिर शहर से दूर ले जाकर कहीं जंगल या खेत किनारे जलाते हैं यह दुखद है । #नगर_परिषद_मोतिहारी को भी इस विषय पर सोचना चाहिए ताकि हिंदू समाज के लोग शवों को एक ही स्थान पर मोक्ष दिला सके।

भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ की मोतिहारी इकाई का हुआ गठन।

मोतिहारी /07.06.2017 नकुल कुमार/8083686563i.. #भारतीय_क्षेत्रीय_पत्रकार_संघ_के_मोतिहारी_इकाई_का_हुआ_गठन। चंपारण शताब्दी वर्ष के अवसर पर मोतिहारी गांधी संग्रहालय में आयोजित पुस्तक मेला में आज भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ के क्षेत्रीय इकाई का गठन किया गया । मालूम हो कि पटना एवं बिहार के अन्य जिलों में गठन के पश्चात आज मोतिहारी में भी भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ का गठन किया गया। दिल्ली से पधारे भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चंद्र भूषण जी ने पत्रकार संघ की स्थापना से लेकर आज तक के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ कोई ट्रेड यूनियन नहीं है बल्कि यह एक NGO है जिसका उद्देश्य सिर्फ प्रिंट मीडिया या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक ही सीमित नहीं है अपितु जो फ्रीलांसर है, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव है, जिनमें लिखने की कला है, जिनमें विचार है, उन सबको भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ अपने परिवार में शामिल करके उन्हें पत्रकारिता में एक विस्तृत मंच प्रदान करता है। भारतीय क्षेत्रीय पत्रकार संघ के मोतिहारी इकाई के गठन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दो प्

ब्रम्हचर्य जीवन की ओर.......

ब्रम्हचर्य जीवन की ओर................ अमित जी मेरे गुरु भाई एवं मित्र हैं। अभी-अभी इनकी शादी हुई है और उसके पहले अंता उर्जा साधना करके लौटे हैं। बताते हैं कि शादी तो इनके शरीर की हुई है जो एक दिन गल जाने वाला है, मर जाने वाला है, श्मशान में जल जाने वाला है । मैं तो अनश्वर आत्मा हूं मेरा कुछ नहीं बिगड़ सकता है । मैं शरीर के पहले भी था और बाद में भी हूं। युद्ध के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को यही बात समझा रहे हैं कि हे अर्जुन यह सारे के सारे योद्धा मेरे द्वारा पहले ही मारे जा चुके हैं बस तुम निमित्त मात्र बन जाओ और इन सब का वध करो। कभी-कभी हम लोग भी अज्ञानतावश अपने शरीर को ही मैं मान बैठते हैं कि मैं प्रधानमंत्री हूं, मैं इंजीनियर हूं, मैं डॉक्टर हूं, मैं फलाना हूं। लेकिन वास्तव में मैं एक अनश्वर आत्मा हूं यह जानना उपरोक्त सभी जनकारी से ज्यादा बेहतर है। जब हम यह जान लेते हैं कि मैं एक अनश्वर आत्मा हूं और अपने इस आत्मा का शरीर में उत्पत्ति का कारण जान लेते हैं कि किस उद्देश्य से हमें प्रकृति ने यहां भेजा है और उस पर काम करना चालू कर देते हैं तो फिर हमें किसी चीज की कोई आवश्यकता नहीं