प्रसिद्धि जैसे-जैसे बढ़ती जाती है, दूसरों को जलन वैसे ही बढ़ती जाती है।। कदम बढ़ाने में कोई सहायता नहीं करता हैं। कदम खींचने में उसको अच्छा लगता है ।। कहत नकुल की वाणी, तुम मत घबराना ।। और कदम जो खींचे जमाना, उसी कदम से एक लात,उसके मुंह पर लगाना।। फिर ना तुम को रोकेगा कोई, ना ही टोकेगा जमाना।। पुण: तय करना अपनी उड़ान और फिर आगे बढ़ते जाना।। नकुल कुमार Nakul Kumar Journalist Nakul 8083686563