Skip to main content

Posts

नकुल कुमार मोतिहारी

बतख मियां के गांधी ! महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने पर बापू अभी चर्चा में हैं। मैं थोड़ी सी चर्चा उस शख्स की करना चाहता हूं जो अगर न होता तो न गांधी नहीं होते और न भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास वैसा होता जैसा हम जानते हैं। वे शख्स थे चंपारण के ही बतख मियां। बात 1917 की है जब दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद चंपारण के किसान और स्वतंत्रता सेनानी राजकुमार शुक्ल के आमंत्रण पर गांधी डॉ राजेन्द्र प्रसाद तथा अन्य लोगों के साथ अंग्रेजों के हाथों नीलहे किसानों की दुर्दशा का ज़ायज़ा लेने चंपारण आए थे। चंपारण प्रवास के दौरान जनता का अपार समर्थन उन्हें मिलने लगा था। लोगों के आंदोलित होने से जिले में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की आशंका थी। वार्ता के उद्देश्य से नील के खेतों के तत्कालीन अंग्रेज मैनेजर इरविन ने मोतिहारी में उन्हें रात्रिभोज पर आमंत्रित किया। तब बतख मियां इरविन के रसोईया हुआ करते थे। इरविन ने गांधी की हत्या के लिए बतख मियां को जहर मिला दूध का गिलास देने का आदेश दिया। निलहे किसानों की दुर्दशा से व्यथित बतख मियां बतख मियां को गांधी में उम्मीद की किरण नज़

मां जैसी......

नकुल कुमार/मोतिहारी 08083686563 शायद ही कोई मिले, फिर मां जैसी। दु:खी रहकर, जिसने हमें हंसना सिखाया। गंदगी में सना मैं बैठा, उसने मुझे गोद उठाया। बार बार पुचकारा उसने, हे भगवान, तुने कैसी मां बनाया।

बचपन पढ़ाओ आन्दोलन

मोतिहारी/बंजरिया नकुल कुमार/08083686563            ज्योत से ज्योत जगाते चलो, ज्ञान की गंगा बहाते चलो। पुराने जमाने के गाने के तर्ज पर आज सिंघिया सागर गांव में शौक्षणिक जागृति का कार्यक्रम मूर्त रूप ले रहा है। वर्तमान परिवेश में कोई एक मिनट समय भी दूसरे के लिए नहीं निकाल पाता है। दूसरी ओर पत्रकारिता के छात्र नकुल कुमार शैक्षणिक जागृति के लिए " बचपन पढ़ाओं आन्दोलन" चला रहें हैं। वे बचपन पढ़ाओं आन्दोलन के माध्यम से बंजरिया प्रखंड के सिंघिया सागर गांव के वार्ड नं 02 में लगभग 20 बच्चों को नि: शुल्क शिक्षा दे रहें हैं। उनका सपना है कि वे  महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप अपने पूरे प्रखंड में इसी तरह की नि: शुल्क शिक्षण व्यवस्था लागू करके पूरे प्रखंड से अशिक्षा रूपी अंधियारे को दूर करके महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करेंगे। इसके लिए उन्होंने बचपन पढ़ाओं आन्दोलन नाम के तहत शैक्षणिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया है।                  महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के अवसर पर इस तरह के शैक्षणिक कार्यक्रम की शुरुआत न सिर्फ समाज के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है

मोतिहारी अभेद किले में तब्दील.

11.04.2017 Nakul Kumar/Motihari                     चंद लोगों की खुरापात और दहशत में मोतिहारी मोतिहारी चीनी मिल में गन्ना किसानों का आंदोलन इतना रौद्र रूप धारण करेगा यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था यदि प्रशासन अपने स्तर से चुस्त-दुरुस्त न होता तो शायद कई जाने जाती मालूम हो कि किसान कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे जो सोमवार को दो किसानों के आत्मदाह के साथ ही रौद्र रूप धारण कर लिया। जिन दो किसानों ने आत्मदाह की कोशिश की थी उनमें से एक नरेश श्रीवास्तव ने अहले सुबह ही दम तोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्व आंदोलन में शामिल थे जिन्होंने मौके का फायदा उठा कर अराजक स्थिति उत्पन्न कर दी। घटना को लेकर पुलिस ने पांच संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने​ मोतिहारीे जिले के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की है। शहर के चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।खास तौर पर घटना स्थल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा की व्यवस्था काफी शख्त है। साथ ही पुलिस सिविल ड्रेस में असामाजिक तत्वों पर नजर

मोतिहारी अभेद किले में तब्दील ( रिपोर्टर/नकुल कुमार-8083686563)

11.04.2017 Nakul Kumar/Motihari                     चंद लोगों की खुरापात और दहशत में मोतिहारी मोतिहारी चीनी मिल में गन्ना किसानों का आंदोलन इतना रौद्र रूप धारण करेगा यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था यदि प्रशासन अपने स्तर से चुस्त-दुरुस्त न होता तो शायद कई जाने जाती मालूम हो कि किसान कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे जो सोमवार को दो किसानों के आत्मदाह के साथ ही रौद्र रूप धारण कर लिया। जिन दो किसानों ने आत्मदाह की कोशिश की थी उनमें से एक नरेश श्रीवास्तव ने अहले सुबह ही दम तोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्व आंदोलन में शामिल थे जिन्होंने मौके का फायदा उठा कर अराजक स्थिति उत्पन्न कर दी। घटना को लेकर पुलिस ने पांच संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने​ मोतिहारीे जिले के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की है। शहर के चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।खास तौर पर घटना स्थल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा की व्यवस्था काफी शख्त है। साथ ही पुलिस सिविल ड्रेस में असामाजिक तत्वों पर नजर

चम्पारण में किसानों का आत्मदाह

नकुल कुमार/मोतिहारी 10.04.2017 आज गांधी रोते होंगे, देखकर; आत्मदाह करते किसानों को, डिग्री लेकर घुमते जवानों को।।                           चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर पूरे भारत में खासतौर से बिहार में जिस तरह से जगह-जगह शताब्दी वर्ष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं एवं उस पर हजारों लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। सरकार चाहती तो वास्तविक सत्याग्रह किसानों की कर्ज माफी करके मनाती, सरकार चाहती तो वास्तविक सत्याग्रह चीनी मिल कर किसानों के बकाया वापस करके या वापस करवाकर बनाती लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि हमें दिखाने की ज्यादा और वास्तविक रुप में जमीन पर काम करने की कम आदत है आज गांधी की आत्मा बिलख-बिलखकर रोती होगी जब उन्होंने अपने बकाए के लिए किसानों को आत्मदाह करते देखा होगा आज मोतिहारी की भूमि क्रंदन कर रही है क्योंकि इसी भूमि ने ऐसे रणबांकुरे पैदा किए जिन्होंने गांधी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर वास्तविक सत्याग्रह का अंजाम दिया था और किसानों की समस्याएं दूर हुई थी अंतर इतना था कि उस समय अंग्रेजी शासन व्यवस्था थी और आज हमारी देसी शासन व्यवस्था है हमारा अपना संविधान है जो हमें सबसे ब

जनादेश एक्सप्रेस के मोतिहारी कार्यालय का हुआ उद्घाटन

नकुल कुमार/मोतिहारी 09.04.2017                    कि साथी झूठ मत बोलो सच को सच रहने दो जी हां दोस्तों इसी तर्ज पर मोतिहारी में जनादेश एक्सप्रेस की लॉन्चिंग की गई। इस मौके पर जनादेश एक्सप्रेस के पटना से आए  संपादक अभय कुमार ने कहा कि हम अपने अखबार में विज्ञापन के एवज में किसी की जी हजूरी नहीं छपेंगे बल्कि सच को सच रूप में ही जनता के सामने लाएंगे चाहे उसकी कोई कीमत हमें क्यों ना चुकानी पड़े हम पीछे नहीं हटेंगे । साथ ही साथ अच्छा न्यूज देने वाले पत्रकारों को सैलरी पैकेज भी दिया जाएगा,की घोषणा की।                      मालूम होगी कल रविवार के दिन जनादेश एक्सप्रेस की लांचिंग मोतिहारी के सुप्रसिद्ध डॉक्टर डॉ दीपक कुमार के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ दीपक ने कहा कि बड़ा अच्छा लगता है जब ऐसा कोई  संस्थान आता है और सच को सच रुप में प्रदर्शित करने का दम भरता है, हमें गर्व है ऐसे मीडिया संस्थान पर । वहीं दूसरी ओर ख्वाब फाउंडेशन के निदेशक मुन्ना​ कुमार ने कहा कि हमें इससे जुड़कर नई उर्जा महसूस हो रही है इस अवसर पर अभिलाषा भारती को उसके गांव में निशुल्क शिक्षा कार्यक्रम के लिए