चम्पारण के भूतपूर्व सैनिक ने पपीता की खेती में बुलंदी का झंडा गाड़ा. पूर्वी चम्पारण। पूर्वी चंपारण के पीपराकोठी प्रखंड अंतर्गत सूर्यपुर पंचायत के पडौलिया गांव के रहने वाले भारतीय सेना से रिटायर्ड फौजी सह युवा किसान राजेश कुमार परंपरागत खेती से इतर पपीता की खेती कर रहें है. इस खेती के लिए उन्होंने अपने खून पसीने से भूमि को इस तरह से सिंचित किया है कि पपीता का बंपर उत्पादन हो रहा है. आज स्थिति यह है कि नौकरी के पीछे भागने वाले युवा भी किसान राजेश कुमार से मिलकर पपीता की खेती के गुर सीख रहें है. सेना से रिटायर्ड होने के बाद, खेती-बाड़ी का निर्णय किसान राजेश कुमार बताते हैं कि शुरू से ही खेती-बाड़ी में उनकी रूचि रही है. भारतीय सेना से रिटायरमेंट के बाद उन्होंने खेती-बाड़ी करने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया. उसमें भी परंपरागत खेती से इतर पपीता की खेती का फैसला लेना इतना आसान नहीं था. बावजूद इसके उन्होंने पपीता की खेती की और पूर्वी चंपारण में अपनी सफलता का झंडा गाड़ दिया. जिला उद्यान, कृषि विज्ञान केन्द्र से मिली सहायता किसान राजेश कुमार कहते हैं कि पपीता की खेती के लिए जिला...
क्योंकि सच एक मुद्दा हैं