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भीमराव आंबेडकर/14.04.2017

 नकुल कुमार/मोतिहारी 08083686563                  महाड़ आंदोलन के प्रणेता, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज को बुलंद करने वाले, सदी के महानायक, महान विचारक, महान राजनीतिज्ञ एवं मह...

नकुल कुमार मोतिहारी

बतख मियां के गांधी ! महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने पर बापू अभी चर्चा में हैं। मैं थोड़ी सी चर्चा उस शख्स की करना चाहता हूं जो अगर न होता तो न गांधी नहीं ह...

मां जैसी......

नकुल कुमार/मोतिहारी 08083686563 शायद ही कोई मिले, फिर मां जैसी। दु:खी रहकर, जिसने हमें हंसना सिखाया। गंदगी में सना मैं बैठा, उसने मुझे गोद उठाया। बार बार पुचकारा उसने, हे भगवान, तुने कैसी मां बनाया।

बचपन पढ़ाओ आन्दोलन

मोतिहारी/बंजरिया नकुल कुमार/08083686563            ज्योत से ज्योत जगाते चलो, ज्ञान की गंगा बहाते चलो। पुराने जमाने के गाने के तर्ज पर आज सिंघिया सागर गांव में शौक्षणिक जागृति का कार्यक्रम मूर्त रूप ले रहा है। वर्तमान परिवेश में कोई एक मिनट समय भी दूसरे के लिए नहीं निकाल पाता है। दूसरी ओर पत्रकारिता के छात्र नकुल कुमार शैक्षणिक जागृति के लिए " बचपन पढ़ाओं आन्दोलन" चला रहें हैं। वे बचपन पढ़ाओं आन्दोलन के माध्यम से बंजरिया प्रखंड के सिंघिया सागर गांव के वार्ड नं 02 में लगभग 20 बच्चों को नि: शुल्क शिक्षा दे रहें हैं। उनका सपना है कि वे  महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप अपने पूरे प्रखंड में इसी तरह की नि: शुल्क शिक्षण व्यवस्था लागू करके पूरे प्रखंड से अशिक्षा रूपी अंधियारे को दूर करके महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करेंगे। इसके लिए उन्होंने बचपन पढ़ाओं आन्दोलन नाम के तहत शैक्षणिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया है।                  महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्र...

मोतिहारी अभेद किले में तब्दील.

11.04.2017 Nakul Kumar/Motihari                     चंद लोगों की खुरापात और दहशत में मोतिहारी मोतिहारी चीनी मिल में गन्ना किसानों का आंदोलन इतना रौद्र रूप धारण करेगा यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा...

मोतिहारी अभेद किले में तब्दील ( रिपोर्टर/नकुल कुमार-8083686563)

11.04.2017 Nakul Kumar/Motihari                     चंद लोगों की खुरापात और दहशत में मोतिहारी मोतिहारी चीनी मिल में गन्ना किसानों का आंदोलन इतना रौद्र रूप धारण करेगा यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था यदि प्रशासन अपने स्तर से चुस्त-दुरुस्त न होता तो शायद कई जाने जाती मालूम हो कि किसान कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे जो सोमवार को दो किसानों के आत्मदाह के साथ ही रौद्र रूप धारण कर लिया। जिन दो किसानों ने आत्मदाह की कोशिश की थी उनमें से एक नरेश श्रीवास्तव ने अहले सुबह ही दम तोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्व आंदोलन में शामिल थे जिन्होंने मौके का फायदा उठा कर अराजक स्थिति उत्पन्न कर दी। घटना को लेकर पुलिस ने पांच संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने​ मोतिहारीे जिले के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की है। शहर के चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।खास तौर पर घटना स्थल के आसपास के इला...

चम्पारण में किसानों का आत्मदाह

नकुल कुमार/मोतिहारी 10.04.2017 आज गांधी रोते होंगे, देखकर; आत्मदाह करते किसानों को, डिग्री लेकर घुमते जवानों को।।                           चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर पूरे ...