दोहा:---✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍ 🌴राम नाम वह बृक्ष है, जो फल देत हजार। तोड़े से वह फलत अरु, चहुँदिशि झुकती डार।। 📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝📝 मुक्तक:--- 🌴1 देखा सुना अलग ही, विधि का विधान है, अनुपम प्रबन्ध रचना, माया प्रधान है, लेकिन मनुष्य जीवन, अनुपान है 'भ्रमर', रसमय सुगन्ध देती, गीता महान है।। 🌴2 दुराभाव से'भ्रमर' ग्रसित है, ...
क्योंकि सच एक मुद्दा हैं