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तुम्हारी जहरीली आंखों में... हां मुझे प्यार मिला

हाँ मुझे प्यार मिला जीसे छू कर खुद को जिंदा होने का ऐहसास मिला। हाथों में उसका हाथ रखकर दिल को सुकून मिला। हाँ मुझे प्यार मिला। मैंने प्यार से उसके आंखों में देखा उसने भी प्यार से मेरे आंखों में देखा और होठों से कहा मत देखो तुम्हारी आंखें जहरीली है मैंने भी कह दिया वहीँ जहर तो मुझे पीनी है। इतना सुनते ही खुशी से उसका चेहरा खीला हाँ जी हाँ मुझे प्यार मिला । जब जब तेरी फोटो देखता तब तब तेरी याद आती है उस पल मेरा दिल भी धड़कना भुल जाती है और हा आंखों में तेरा फुल सा खीला चेहरा नज़र आती है तुम्हें मुझसे,  मुझे तुमसे दिदार मिला हाँ मुझे प्यार मिला। मेरे हाथों की एक एक उगलियां तेरे उगलियो से से जुड़ी थी दिन भर चैन नहीं तेरे बाहों में रातों की नींद उडी थी उस पल नहीं भुला सकता जब तु मेरे साथ थी कुछ मिला या ना मिला हाँ जी हाँ मुझे प्यार मिला। ... सुनील कविराज (बॉलीवुड एक्टर)

तुम्हारी जहरीली आंखों में... हां मुझे प्यार मिला

हाँ मुझे प्यार मिला जीसे छू कर खुद को जिंदा होने का ऐहसास मिला। हाथों में उसका हाथ रखकर दिल को सुकून मिला। हाँ मुझे प्यार मिला। मैंने प्यार से उसके आंखों में देखा उसने भी प्यार से मेरे आंखों में देखा और होठों से कहा मत देखो तुम्हारी आंखें जहरीली है मैंने भी कह दिया वहीँ जहर तो मुझे पीनी है। इतना सुनते ही खुशी से उसका चेहरा खीला हाँ जी हाँ मुझे प्यार मिला । जब जब तेरी फोटो देखता तब तब तेरी याद आती है उस पल मेरा दिल भी धड़कना भुल जाती है और हा आंखों में तेरा फुल सा खीला चेहरा नज़र आती है तुम्हें मुझसे,  मुझे तुमसे दिदार मिला हाँ मुझे प्यार मिला। मेरे हाथों की एक एक उगलियां तेरे उगलियो से से जुड़ी थी दिन भर चैन नहीं तेरे बाहों में रातों की नींद उडी थी उस पल नहीं भुला सकता जब तु मेरे साथ थी कुछ मिला या ना मिला हाँ जी हाँ मुझे प्यार मिला। ... सुनील कविराज (बॉलीवुड एक्टर)

घर आँगन की गुलजार.....

बिटिया रात की रानी दिन की बहार होती है घर आँगन की गुलजार तो कभी मनुहार भी होती है दो कूल का जीवन इससे दीप्तिमान हो जाती है प्रेम पगे रिश्ते भी इसमें मधुर मुस्कान सजाती है कहीं जन्म लेती है और--- कहीं घरौंदा बसाती हैं सृष्टि को विस्तृत करने में ईश्वर का हाथ बटातीं हैं एक जगह "पगड़ी" सजातीं दूसरे "पगड़ी" बचाती है जीवन के आपाधापी में 'खुद' न जाने कहाँ खो जाती है।।" सभी बेटियों की समर्पित

घर आँगन की गुलजार.....

बिटिया रात की रानी दिन की बहार होती है घर आँगन की गुलजार तो कभी मनुहार भी होती है दो कूल का जीवन इससे दीप्तिमान हो जाती है प्रेम पगे रिश्ते भी इसमें मधुर मुस्कान सजाती है कहीं जन्म लेती है और--- कहीं घरौंदा बसाती हैं सृष्टि को विस्तृत करने में ईश्वर का हाथ बटातीं हैं एक जगह "पगड़ी" सजातीं दूसरे "पगड़ी" बचाती है जीवन के आपाधापी में 'खुद' न जाने कहाँ खो जाती है।।" सभी बेटियों की समर्पित

कुन्डली छन्द

जग के बडे़ रजबाडे़,                       क्या राखेंगे मान, जैसा कि संत अखाडे़,                    वैभव करत प्रदान। वैभव करत प्रदान,                 धार्मिक  निष्ठा लाके , कर अनुभव संप्रीति,              बिषमता हिय की ढाके, कहत 'भ्रमर' कविराय,                 भाव आये नहिं आड़े, चाहे जितने रूप,                धरें जग के रजवाड़े।। विजय नारायण अग्रवाल 'भ्रमर' रायबरेली 22 जनवरी 2019

कुन्डली छन्द

जग के बडे़ रजबाडे़,                       क्या राखेंगे मान, जैसा कि संत अखाडे़,                    वैभव करत प्रदान। वैभव करत प्रदान,                 धार्मिक  निष्ठा लाके , कर अनुभव संप्रीति,              बिषमता हिय की ढाके, कहत 'भ्रमर' कविराय,                 भाव आये नहिं आड़े, चाहे जितने रूप,                धरें जग के रजवाड़े।। विजय नारायण अग्रवाल 'भ्रमर' रायबरेली 22 जनवरी 2019

पर्यटन मंत्री ने किया छठ घाटों का निरीक्षण

NTC NEWS MEDIA आज पर्यटन मंत्री,बिहार सरकार प्रमोद कुमार ने मोतिहारी नगर के छठ घाटों का निरीक्षण करते हुए विधि एवं सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।पर्यटन मंत्री ने शहर के राजा बाज़ार घाट,गोपाल पुर घाट,बलुआ घाट,एकौना घाट, एम०एस०कॉलेज घाट, अटल उद्यान,गायत्री नगर घाट,अरुण सिंह घाट,वृक्षे स्थान,कदम घाट,मलंग घाट,जान पुल घाट,हनुमान गढ़ी घाट,धर्म समाज घाट,बरियारपुर घाट और रोइंग क्लब के साथ अन्य घाटों का निरीक्षण किया।        उक्त अवसर पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि नगर परिषद मोतिहारी द्वारा 29-30 नवम्बर को दो दिवसीय मोतीझील महोत्सव का आयोजन किया जाएगा जो नगर परिषद के कैलेंडर में पूर्व से शामिल है।महोत्सव के अवसर पर मोतीझील के सौंदर्यीकरण और विकास कार्य का शुभारंभ होगा।गौरतलब है कि मोतीझील से सौंदर्यीकरण के लिए तत्काल 37 करोड़ रुपये के कार्य की निविदा हो चुकी है।उन्होंने कहा कि अपने ऐतिहासिक धरोहरों और लोक कलाओं को संरक्षित करने के लिए नगर परिषद मोतिहारी द्वारा आयोजित किया जाने वाला मोतीझील महोत्सव बहुत ही सराहनीय है।इससे युवा वर्ग का भावनात्मक लगाव मोतीझील से होगा और यहां की कला प्रतिभाओं को आगे बढ़ने