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अब राह न देखो किसी और का, स्वयं से शुरूआत करो......…..

मोतिहारी नगरपालिका चुनाव 2017:-

*ध्यान रहें मांस और पैसे से ईमान न बिकने पाए।   *कल नगरपालिका की वोटिंग​ है न...! आप वोट करने जा रहे हैं ना......!!! वोटिंग से पहले ध्यान दीजिएगा कि कौन प्रत्याशी आप के क्षेत्र में काम कर सकता हैं और कौन कोरे वाय्दे। और तो और आप अपने मोहल्ले में:- *पानी की निकासी के लिए नाली, *बिजली का खंबा एवं तार, *स्वच्छ पेयजल के लिए नल, *राशन कार्ड, *वृद्धा पेंशन, *लक्ष्मीबाई पेंशन, *प्रधानमंत्री आवास आदि की व्यवस्था कराने में सक्षम प्रत्याशी को ही वोट दीजिएगा। प्रत्याशी के​ दिखावटीे भावुक चेहरे, जबरदस्ती थोपी हुई ग़रीबी, जात-पात, गुंडे-बदमाश​, रिश्तेदारी आदि पर वोट मत दीजिएगा।              अधिकार आजमाएं-देश बचाएं। *जनहित में जारी* नकुल कुमार 8083686563 फाउंडर:- @बचपन पढ़ाओं आन्दोलन @Cashless Education @Nakul Tuition Center

पहले इंसान बनो...............

इंसान अपना वहम, क्यूं इतना बढ़ा रहा है। अपना ही अपनों को, सरेआम सता रहा है।। जन्में थे इंसान पर, किसी ने हिन्दू बना दिया, किसी ने मुस्लिम बना दिया। मोहब्बत का पैगाम था बांटना, पर इन मज़हबी ठेकेदारों ने, बट-बट कर जीना सीखा दिया। रोता है यह दिल ऐ नकुल, चलो, किसी ऐसे जहां में।। जहां​ न जात हो, न धर्म हो, न फर्क हो इंसान में।। #नकुल कुमार 08083686563

डॉ दीनबंधु तिवारी जी

मेरे गुरु जी,            मार्गदर्शक,                संस्कृत के मनीषी,                        शिक्षा व संस्कृति के प्रतिबिंब,                                                  विचारों के सागर,                                       संरचनात्मक शक्तियों के उत्सर्जक, परम् आदरणीय #डॉ_दीनबंधु_तिवारी जी के विषय में कुछ भी लिखना सूरज को दीपक दिखाने जैसा है, समुंदर के अंतर में छुपे खजाने को बताने जैसा है। लेकिन फिर भी उनके प्रति मेरे मन में जो अटूट श्रद्धा, विश्वास एवं प्रेम है इसी के वश होकर आज मैं आपका फोटो डालने का साहस जुटा पाया हूं। निश्चित रूप से मेरा बचपन आपके मार्गदर्शन में प्रस्फुटित हुआ, बढ़ा एवं सामाजिक सरोकार के रूप में आज चरणबद्ध तरीके से विकसित हो रहा है। मेरे मन में विचारों की जो क्रांति है, शब्दों का जो संसार है उसमें काफी हद तक आपके प्यार और स्नेह की परछाई है।                         साहित्य के प्रति मेरे मन में जो प्रेम है। उसका प्रस्फुटन #विद्या_निकेतन के साहित्यिक वातावरण में आप श्रीमान के श्रेष्ठ मार्गदर्शन का ही प्रतिफल है। आपके विचारों में जो समत्व भाव है, जो सारगर्भिक्ता ह

Good Morning

प्याज

सब्ज़ी बनाने के लिए रखा तो ये जान भी ले सकता है कृपया ज्यादा से ज्यादा शेयर करे 501820      सन 1919 में फ्लू से चार करोड़ लोग मारे जा चुके थे तब एक डॉक्टर कई किसानों से उनके घर इस प्रत्याशा में मिला कि वो कैसे इन किसानों को इस महामारी से लड़ने में सहायता कर सकता है। बहुत सारे किसान इस फ्लू से ग्रसित थे और उनमें से बहुत से मारे जा चुके थे। डॉक्टर जब इनमें से एक किसान के संपर्क में आया तो उसे ये जान कर बहुत आश्चर्य हुआ जब उसे ये ज्ञात हुआ कि सारे गाँव के फ्लू से ग्रसितहोने के बावजूद ये किसान परिवार बिलकुल  बिलकुल स्वस्थ्य था तब डॉक्टर को ये जानने की इच्छा जाएगी कि ऐसा इस किसान परिवार ने सारे गाँव से हटकर क्या किया कि वो इस भंयकर महामारी में भी स्वस्थ्य थे। तब किसान की पत्नी ने उन्हें बताया कि उसने अपने मकान के दोनों कमरों में एक प्लेट में बिना छिली प्याज रख दी थी तब डॉक्टर ने प्लेट में रखी इन प्याज में से क को माइक्रोस्कोप से देखा तो उसे इस प्याज में उस घातक फ्लू के बैक्टेरिया मिले जो संभवतया इन प्याज द्वारा अवशोषित कर लिए गए थे और शायद यही कारण था कि इतनी बड़ी महामारी में ये परिवार बिलकुल स

प्रेम

प्रेम में वासना का कोई स्थान नहीं है लेकिन यक्ष प्रश्न है कि क्या आज प्रेम है क्या समाज में प्रेम का इस्थान रह गया है और इसका सबसे ज्वलंत उत्तर यही है कि आज शरीर के प्रति परस्पर अनुराग ही प्रेम है आत्मीय प्रेम खत्म हो चुका है बस दिखावटी प्रेम रह गया है। प्रेम धन से है प्रेम घर से है प्रेम जेवर से है प्रेम कपड़ों से है प्रेम व्यक्ति के सामाजिक स्टेटस से है बस यही तो प्रेम है । यदि आपके पास पैसे हैं, रूपवान है तो आप प्रेम के भागी हैं अन्यथा लोग अपने सपने में भी आपको याद नहीं करना चाहते हैं । वर्तमान समय में यही प्रेम है। एक कन्या या यूं कहें मेरी गर्लफ्रेंड मुझसे प्रेम करती थी उसे मेरे बिना मन नहीं लगता था वह मुझसे प्रेम का बखान किए बिना थकती नहीं थी लेकिन जब उसे मालूम हुआ कि मैंने जॉब छोड़ दिया है तब वह एक मैसेज भी नहीं करती....... क्या यह प्रेम है...…???