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अब घरे आजा सजन परदेसिया..... मधुबाला सिन्हा

मन नाहीं लागे सखी बिन रे सजनवा के बिरहिन मनवा के कइसे समुझाईं सावन के झुलुआ लागल सभे डढ़िया से पिया बिनु कइसे हम पेंगवा बढ़ाईं नेहवा के डोरिया बन्हाइल मन मितवा से हिया के दरदिया हम कइसे देखाईं बैरिन अंचरवा बहक जाला अचके ई कुहूकत कोइलिया के कइसे बताईं अब घरे आजा सजन परदेसिया कि मनवा के सारधा हम आपन पुराईं 🌹🌹 डॉ मधुबाला सिन्हा   17/7/2018

सावन आइलें.......नाहीं अइलें पियवा विदेश से $$...मधुबाला सिन्हा

बरस बरस सखी बदरा सतावेला कि नाहीं अइलें पियवा विदेश से $$ भींजेला धानी चुनर ,भींजेला देहिया कि सौतिन भईल ब सिंगार रे$$$ खनकेला हरियर चूड़ी,लहके टिकुलवा हो कब अइहें पियवा हमार हो$$$ गरज गरज बिजुरी,हमके डरावे ला हो कि कब ले लगइहें पिया अंग रे$$$ नईहर के सखिया सहेली ना सोहाली कि ससुरा में भईल मन थोर रे$$$ अब ना सताव पिया,गरजे बदरिया हो कि रुनझुन करेला पायल मोर रे$$$   मधुबाला सिन्हा 24/07/2018

चातुर्मास्य व्रत की महिमा  NTC CLUB MEDIA

🌷 चातुर्मास्य व्रत की महिमा  🌷 🙏🏻 चतुर्मास में विशेष रूप से जल की शुद्धि होती है। उस समय तीर्थ और नदी आदि में स्नान करने का विशेष महत्त्व है। नदियों के संगम में स्नान के पश्चात् पितरों एवं देवताओं का तर्पण करके जप, होम आदि करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। ग्रहण के समय को छोड़कर रात को और संध्याकाल में स्नान न करें । गर्म जल से भी स्नान नहीं करना चाहिए। गर्म जल का त्याग कर देने से पुष्कर तीर्थ में स्नान करने का फल मिलता है। 🙏🏻 जो मनुष्य जल में तिल और आँवले का मिश्रण अथवा बिल्वपत्र डालकर ॐ नमः शिवाय का चार-पाँच बार जप करके उस जल से स्नान करता है, उसे नित्य महान पुण्य प्राप्त होता है। बिल्वपत्र से वायु प्रकोप दूर होता है और स्वास्थ्य की रक्षा होती है। 🙏🏻 चतुर्मास में जीव-दया विशेष धर्म है। प्राणियों से द्रोह करना कभी भी धर्म नहीं माना गया है। इसलिए मनुष्यों को सर्वथा प्रयत्न करके प्राणियों के प्रति दया करनी चाहिए। जिस धर्म में दया नहीं है वह दूषित माना गया है। सब प्राणियों के प्रति आत्मभाव रखकर सबके ऊपर दया करना सनातन धर्म है, जो सब पुरुषों के द्वारा सदा सेवन करने योग्य है। 🙏

तुम मुझे कपड़ा दो मैं तुम्हें झोला दूंगा कार्यक्रम को मिलने लगा जनसमर्थन

NTC CLUB MEDIA अभी  1 दिन भी नहीं बीते होंगे की  तुम मुझे कपड़ा दो मैं तुम्हें झूला दूंगा  अभियान को जन समर्थन मिलने लगा है इसका सबसे बड़ा उदाहरण आपको देखने को मिलेगा जब आप  गायत्री मंदिर  के बगल में सुधा डेयरी पर जाएंगे उसके ठीक बाहर एक पोस्टर लगाया है जिस पर एक मैसेज साफ साफ लिखा हुआ नजर आएगा जिसमें कहा गया है कि    आप अपने साथ झोला लाए , पॉलिथीन से पर्यावरण को बचाएं मालूम हो कि अभी 1 दिन पहले ही पर्यावरण को पॉलिथीन के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए चंपारण के दो लाल अभिषेक रंजन एवं केशव कृष्णा ने मिलकर एक मुहीम चलाया है जिसका नाम है  पॉलिथीन फ्री मोतिहारी  इसी उद्देश्य को लेकर चंपारण की इन दो लाल ने मोतिहारी के  जिलाधिकारीणणणणण रमण कुमार  से व्यापक स्तर पर बातचीत की जिसके बाद जिलाधिकारी ने अपने पुराने कपड़े देकर इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया बकौल अभिषेक रंजन  यह यह कार्यक्रम सिर्फ मोतिहारी का नहीं है बल्कि वैश्विक स्तर पर इस पर सोचने की आवश्यकता है क्योंकि पॉलिथीन डींकंपोज नहीं होता है जैसे कि अन्य जैविक पदार्थ हो जाते हैं यही कारण है कि यह हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है

पत्रकार से नाखुश: आजाद पांडे

⚡⚡NTC CLUB MEDIA/GORAKHPUR ⚡⚡ गोरखपुर के प्रख्यात समाजसेवी एवं स्माइल रोटी बैंक के फाउंडर आजाद पांडे ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए अपने Facebook पोस्ट पर अपने विषय में एक लंबी चौड़ी पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने अपने परिवार का स्टेटस अपने एक्सीडेंट की बातें उसके बाद जीवन बदलने की बातें एवं अपना जीवन समाज के निचले तबके के बच्चों के विकास के निमित्त समर्पित करने भीख मांगने की प्रथा पर अंकुश लगाने बच्चों में बढ़ रही नशाखोरी आदि को रोकने एवं शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा मुहैया कराने के निमित्त स्माइल रोटी बैंक की स्थापना एवं उद्देश्य आदि विस्तार से लि खी है ।                      अब हम आपको बताते हैं की घटना क्या है .... आजाद पांडे अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि किसी पत्रकार ने 2 चार   मिनट के एक वीडियो के माध्यम से स्माइल रोटी बैंक को नकारात्मक रूप से प्रचारित-प्रसारित किया एवं आजाद पांडे की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है आइए सबसे पहले पढ़ते हैं कि आजाद पांडे ने अपने Facebook वाल पर क्या लिखा हैं......? 🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴

तुम मुझे कपड़ा दो मैं तुम्हें झोला दूंगा....

NTC CLUB MEDIA /MOTIHARI प्लास्टिक से बचने की अपील जैसा कि आप जानते हैं कि चंपारण शुरू से ही क्रांति की भूमि रही है चंपारण ने जिस क्रांति को जिस आंदोलन को जिस मुद्दे को मुखरता से उठाया है वह मुद्दा पूरी दुनिया में खड़ा भी हुआ है और उससे समाज लाभान्वित हुआ है चाहे वह आदिकवि वाल्मीकि का शुभ हो चाहे वह गांधी का युग हो चाहे वह वर्तमान में मोतीझील आंदोलन के जनक अंसार उल हक का आंदोलन हो चाहे चंपा से चंपारण के नायक करोड़पति सुशील कुमार का आंदोलन हो या वर्तमान में मोतिहारी के युवा  शोधार्थी अभिषेक रंजन  तथा केशव जी का प्लास्टिक से पर्यावरण को बचाने का आंदोलन हो  मोतिहारी के दो लाल अभिषेक रंजन एवं केशव कृष्णा ने मिलकर एक नया अभियान चलाया है जिसके अंतर्गत मोतिहारी के लोगों से अपील करेंगे कि वे प्लास्टिक के थैले का उपयोग ना करें एवं अधिक से अधिक कपड़ा से बने  बैग उपयोग करें  इस कार्यक्रम का आगाज करते हुए अभिषेक रंजन ने कहा कि जैसा कि हम जानते हैं कि प्लास्टिक हमारे वातावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है क्योंकि प्लास्टिक नश्वरता है निकलता है लेकिन यह हमारे मृदा को जल जल को एवं खुले में जलाने के बाद व