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पर्यटन मंत्री ने किया छठ घाटों का निरीक्षण

NTC NEWS MEDIA आज पर्यटन मंत्री,बिहार सरकार प्रमोद कुमार ने मोतिहारी नगर के छठ घाटों का निरीक्षण करते हुए विधि एवं सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।पर्यटन मंत्री ने शहर के राजा बाज़ार घाट,गोपाल पुर घाट,बलुआ घाट,एकौना घाट, एम०एस०कॉलेज घाट, अटल उद्यान,गायत्री नगर घाट,अरुण सिंह घाट,वृक्षे स्थान,कदम घाट,मलंग घाट,जान पुल घाट,हनुमान गढ़ी घाट,धर्म समाज घाट,बरियारपुर घाट और रोइंग क्लब के साथ अन्य घाटों का निरीक्षण किया।        उक्त अवसर पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि नगर परिषद मोतिहारी द्वारा 29-30 नवम्बर को दो दिवसीय मोतीझील महोत्सव का आयोजन किया जाएगा जो नगर परिषद के कैलेंडर में पूर्व से शामिल है।महोत्सव के अवसर पर मोतीझील के सौंदर्यीकरण और विकास कार्य का शुभारंभ होगा।गौरतलब है कि मोतीझील से सौंदर्यीकरण के लिए तत्काल 37 करोड़ रुपये के कार्य की निविदा हो चुकी है।उन्होंने कहा कि अपने ऐतिहासिक धरोहरों और लोक कलाओं को संरक्षित करने के लिए नगर परिषद मोतिहारी द्वारा आयोजित किया जाने वाला मोतीझील महोत्सव बहुत ही सराहनीय है।इससे युवा वर्ग का भावनात्मक लगाव मोतीझील से होगा और यहां की कला प्रतिभाओं को आगे बढ़ने

पर्यटन मंत्री ने किया छठ घाटों का निरीक्षण

NTC NEWS MEDIA आज पर्यटन मंत्री,बिहार सरकार प्रमोद कुमार ने मोतिहारी नगर के छठ घाटों का निरीक्षण करते हुए विधि एवं सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।पर्यटन मंत्री ने शहर के राजा बाज़ार घाट,गोपाल पुर घाट,बलुआ घाट,एकौना घाट, एम०एस०कॉलेज घाट, अटल उद्यान,गायत्री नगर घाट,अरुण सिंह घाट,वृक्षे स्थान,कदम घाट,मलंग घाट,जान पुल घाट,हनुमान गढ़ी घाट,धर्म समाज घाट,बरियारपुर घाट और रोइंग क्लब के साथ अन्य घाटों का निरीक्षण किया।        उक्त अवसर पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि नगर परिषद मोतिहारी द्वारा 29-30 नवम्बर को दो दिवसीय मोतीझील महोत्सव का आयोजन किया जाएगा जो नगर परिषद के कैलेंडर में पूर्व से शामिल है।महोत्सव के अवसर पर मोतीझील के सौंदर्यीकरण और विकास कार्य का शुभारंभ होगा।गौरतलब है कि मोतीझील से सौंदर्यीकरण के लिए तत्काल 37 करोड़ रुपये के कार्य की निविदा हो चुकी है।उन्होंने कहा कि अपने ऐतिहासिक धरोहरों और लोक कलाओं को संरक्षित करने के लिए नगर परिषद मोतिहारी द्वारा आयोजित किया जाने वाला मोतीझील महोत्सव बहुत ही सराहनीय है।इससे युवा वर्ग का भावनात्मक लगाव मोतीझील से होगा और यहां की कला प्रतिभाओं को आगे ब

जनवादी लेखक संघ के बैनर तले अल्लामा इकबाल की जयंती मनाई गई।

मोतिहारी। आज मोतिहारी अल्लामा इकबाल के जन्मदिन के अवसर पर स्थानीय डॉक्टर परवेज हॉस्पिटल के सभाकक्ष में जनवादी लेखक संघ के तत्वावधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष ध्रुव त्रिवेदी और संचालन कर्म का निर्वाह डॉक्टर सबा अख्तर शोख ने किया। विशेष अतिथि के रूप में हिंदुस्तान प्रभारी सतीश मिश्रा और डॉ खुर्शीद अजीज ने भी कविताओं से ओतप्रोत हुए जलेश अध्यक्ष ध्रुव त्रिवेदी ने अपनी अध्यक्षीय भाषण में संक्षेप में एक बाल के जीवनी का चित्रण किया । उन्होंने इकबाल की रचनाओं को कोट करते हुए कहां की " गरमाओ लहू सोजेयकी से"। यहां अल्लामा इकबाल पर भी लागू है हजारों साल रोती है अपनी बेनूरी पर, तभी जाकर चमन में होता है दीदावर पैदा । वहीं वकार अली ने अपना आलेख प्रस्तुत किया सतीश कुमार ने अंसार कंबरी की एक ग़ज़ल मधुर आवाज में पेश किया जिसकी एक-एक पंक्ति पठनीय रहा । राकेश कुमार (वरिष्ठ कवि) ने भी भावुकता से भरी कविता का पाठ किया जब दर्द हृदय को मथता है तब शब्द गीत बन जाता है। रफी अहमद आफताब ने भी अदब व साहित्य में उस्ताद शागिर्द की परंपरा को पंक्तिवद्ध किया गजल

जनवादी लेखक संघ के बैनर तले अल्लामा इकबाल की जयंती मनाई गई।

मोतिहारी। आज मोतिहारी अल्लामा इकबाल के जन्मदिन के अवसर पर स्थानीय डॉक्टर परवेज हॉस्पिटल के सभाकक्ष में जनवादी लेखक संघ के तत्वावधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष ध्रुव त्रिवेदी और संचालन कर्म का निर्वाह डॉक्टर सबा अख्तर शोख ने किया। विशेष अतिथि के रूप में हिंदुस्तान प्रभारी सतीश मिश्रा और डॉ खुर्शीद अजीज ने भी कविताओं से ओतप्रोत हुए जलेश अध्यक्ष ध्रुव त्रिवेदी ने अपनी अध्यक्षीय भाषण में संक्षेप में एक बाल के जीवनी का चित्रण किया । उन्होंने इकबाल की रचनाओं को कोट करते हुए कहां की " गरमाओ लहू सोजेयकी से"। यहां अल्लामा इकबाल पर भी लागू है हजारों साल रोती है अपनी बेनूरी पर, तभी जाकर चमन में होता है दीदावर पैदा । वहीं वकार अली ने अपना आलेख प्रस्तुत किया सतीश कुमार ने अंसार कंबरी की एक ग़ज़ल मधुर आवाज में पेश किया जिसकी एक-एक पंक्ति पठनीय रहा । राकेश कुमार (वरिष्ठ कवि) ने भी भावुकता से भरी कविता का पाठ किया जब दर्द हृदय को मथता है तब शब्द गीत बन जाता है। रफी अहमद आफताब ने भी अदब व साहित्य में उस्ताद शागिर्द की परंपरा को पंक्तिवद्ध किया

राम..........Ram

#अयोध्या_नगरिया_के_पतली_डगरिया । #चले_राम_रघुवरियाँ_हे_धीरे_धीरे।। दुनिया में अब तक कोई ऐसा बेटा पैदा नहीं हुआ, जो स्वयं का राज्याभिषेक छोड़कर 14 बरस का बनवास स्वीकार करें। हमने किताबों में पढ़ा है बहुत सारे राजाओं एवं बाबर के बच्चों ने सिर्फ सिंहासन के लिए अपने बाप को कैद भी किया मरवा भी दिया है लेकिन राम दुनिया के पहले ऐसे पुत्र हुए जिन्होंने अपने पिता की जुबान की मर्यादा रखने के लिए 14 बरस का बनवास स्वीकार किया। राम उस स्थिति में और भी प्रासंगिक हो जाते हैं जब उनकी मझली मां कैकई, जिसके कारण उनको बनवास जाना पड़ा, उनका भी अनादर नहीं करते हैं । इतना ही नहीं कैकई द्वारा वरदान मांगने राजा दशरथ द्वारा उन्हें प्रवास जाने की सारी घटना घटने के बावजूद वनवास जाते समय राम उनको भी मां करके बुलाते हैं। अगर कोई माता कैकई को डांटता है, भला बुरा कहता है, तो राम उसे समझाते हैं ।। कितना विहंगम दृश्य है..... राजा दशरथ पुत्र वियोग में तड़प रहे हैं। माता केकैई राम को वनवास जाने के लिए प्रेरित कर रहीं है। माता कौशल्या अपने जिगर के लाल का यह हश्र होते हुए देख कर तड़प रही है, ऐसा लग रहा है मानो उसका कलेजा फ

राम..........Ram

#अयोध्या_नगरिया_के_पतली_डगरिया । #चले_राम_रघुवरियाँ_हे_धीरे_धीरे।। दुनिया में अब तक कोई ऐसा बेटा पैदा नहीं हुआ, जो स्वयं का राज्याभिषेक छोड़कर 14 बरस का बनवास स्वीकार करें। हमने किताबों में पढ़ा है बहुत सारे राजाओं एवं बाबर के बच्चों ने सिर्फ सिंहासन के लिए अपने बाप को कैद भी किया मरवा भी दिया है लेकिन राम दुनिया के पहले ऐसे पुत्र हुए जिन्होंने अपने पिता की जुबान की मर्यादा रखने के लिए 14 बरस का बनवास स्वीकार किया। राम उस स्थिति में और भी प्रासंगिक हो जाते हैं जब उनकी मझली मां कैकई, जिसके कारण उनको बनवास जाना पड़ा, उनका भी अनादर नहीं करते हैं । इतना ही नहीं कैकई द्वारा वरदान मांगने राजा दशरथ द्वारा उन्हें प्रवास जाने की सारी घटना घटने के बावजूद वनवास जाते समय राम उनको भी मां करके बुलाते हैं। अगर कोई माता कैकई को डांटता है, भला बुरा कहता है, तो राम उसे समझाते हैं ।। कितना विहंगम दृश्य है..... राजा दशरथ पुत्र वियोग में तड़प रहे हैं। माता केकैई राम को वनवास जाने के लिए प्रेरित कर रहीं है। माता कौशल्या अपने जिगर के लाल का यह हश्र होते हुए देख कर तड़प रही है, ऐसा लग रहा है मानो उसक

नालंदा : दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव का मुख्यमंत्री ने किया उद्घघाटन

NTC NEWS MEDIA – इंडियन आइडियल फेम अनन्या मिश्रा एवं सारेगामापा फेम आलोक चौबे ने अपने स्वरों से बांधा समां। :- कुमुद रंजन सिंह की रिपोर्ट नालंदा। भगवान महावीर के जियो और जीने दो इस संदेश में ही सारी बातें समाहित है । आज हाथ में जब ताकत आती है तो कुछ लोग क्षणभर के सुख के लिए लोगों को सता का धन जमा करने में लग जाते हैं। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि आज धरती से मनुष्य के लिए नहीं बल्कि हर जीव जंतु के लिए है। यह बातें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान महावीर के 2544 निर्वाण दिवस पर उनकी निर्वाण स्थली पावापुरी में दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव के उद्घाटन के दौरान कही। इस मौके पर उन्होंने भगवान महावीर के संदेश और महात्मा गांधी के विचारों के बीच तुलना करते हुए कहा कि दोनों का मतलब एक ही है। जो लोग इधर-उधर करके थोड़ा माल कमा लेते हैं बाद में ऐसे लोगों को बहुत कुछ झेलना पड़ता है। भगवान महावीर ने क्षणभंगुर सुख के लिए चित को चंचल नहीं करने का संदेश दिया था। वही बापू ने भी कहा है कि बिना कुछ किए माल कमाना पाप है। सेवा भाव रखने वाले ही जनता के दिलों पर राज करेंगे। हम करने में यकीन रखते हैं प्र

नालंदा : दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव का मुख्यमंत्री ने किया उद्घघाटन

NTC NEWS MEDIA – इंडियन आइडियल फेम अनन्या मिश्रा एवं सारेगामापा फेम आलोक चौबे ने अपने स्वरों से बांधा समां। :- कुमुद रंजन सिंह की रिपोर्ट नालंदा। भगवान महावीर के जियो और जीने दो इस संदेश में ही सारी बातें समाहित है । आज हाथ में जब ताकत आती है तो कुछ लोग क्षणभर के सुख के लिए लोगों को सता का धन जमा करने में लग जाते हैं। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि आज धरती से मनुष्य के लिए नहीं बल्कि हर जीव जंतु के लिए है। यह बातें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान महावीर के 2544 निर्वाण दिवस पर उनकी निर्वाण स्थली पावापुरी में दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव के उद्घाटन के दौरान कही। इस मौके पर उन्होंने भगवान महावीर के संदेश और महात्मा गांधी के विचारों के बीच तुलना करते हुए कहा कि दोनों का मतलब एक ही है। जो लोग इधर-उधर करके थोड़ा माल कमा लेते हैं बाद में ऐसे लोगों को बहुत कुछ झेलना पड़ता है। भगवान महावीर ने क्षणभंगुर सुख के लिए चित को चंचल नहीं करने का संदेश दिया था। वही बापू ने भी कहा है कि बिना कुछ किए माल कमाना पाप है। सेवा भाव रखने वाले ही जनता के दिलों पर राज करेंगे। हम करने में यकीन रखते

अटल जी की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता मधुबाला सिन्हा

बड़ी दुख की बात है कि आज हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई का निधन हो गया यह एक अपूर्णीय क्षति है या एक सरल हृदय की व्यक्ति एक कवि हृदय एक ऐसे नेता जिनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता मैंने अपने जीवन में बस दो ही नेताओं को पसंद किया है उनमें से एक श्री अटल बिहारी बाजपेई रहें और दूसरे राजीव गांधी मैं व्यक्ति को जानती हूं व्यक्तित्व को समझती हूं किसी पार्टी विशेष को नहीं इसलिए एक बार फिर से मैं श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को श्रद्धा पूर्वक नमन करती हूं

अटल जी की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता मधुबाला सिन्हा

बड़ी दुख की बात है कि आज हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई का निधन हो गया यह एक अपूर्णीय क्षति है या एक सरल हृदय की व्यक्ति एक कवि हृदय एक ऐसे नेता जिनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता मैंने अपने जीवन में बस दो ही नेताओं को पसंद किया है उनमें से एक श्री अटल बिहारी बाजपेई रहें और दूसरे राजीव गांधी मैं व्यक्ति को जानती हूं व्यक्तित्व को समझती हूं किसी पार्टी विशेष को नहीं इसलिए एक बार फिर से मैं श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को श्रद्धा पूर्वक नमन करती हूं

आधुनिक जीवनशैली के कारण गर्दन एवं कमर दर्द से युवा तथा महिला अधिक परेशान: डॉ.गोपाल सिंह

मोतिहारी।आधुनिक जीवनशैली के कारण हमारे समाज मे आजकल शायद ही ऐसा कोई परिवार होगा जिसमे कोई न कोई दर्द की समस्या से परेशान ना हो। युवा एवं महिला कमर, पीठ एवं गर्दन के दर्द तथा साइटिका की समस्या से सबसे अधिक परेशान है।   उक्त बाते शहर के अगरवा स्थित गौतम बुद्ध दर्द उपचार क्लिनिक के निदेशक सह संचालक युवा चिकित्सक डॉ.गोपाल कुमार सिंह ने कही। डॉ.श्री सिंह ने बताया कि दर्द होने पर अक्सर लोग शुरुआत मे इसे हल्के मे लेते है, और बाद मे समस्या बढ जाने पर ईलाज के लिए जगह-जगह भटकने  पर मजबूर हो जाते है। दर्द संबंधित बिमारीयो का समय पर उचित उपचार होने पर दर्द से पुरी तरह से निजात संभव है। गौतम बुद्ध दर्द उपचार क्लिनिक मे साइटिका, तथा कमर व गर्दन मे दबे हुए नस के दर्जनो मरीजो का सफल ईलाज डॉ.गोपाल सिंह के द्वारा किया गया है। चम्पारण के मरीजो सस्ते दर पर दर्द से राहत दिलाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। डॉ.गोपाल ने बताया कि चम्पारण के मरीजो को दर्द मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक महीने के प्रथम रविवार को मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन क्लिनिक परिसर मे किया जाता है।

आधुनिक जीवनशैली के कारण गर्दन एवं कमर दर्द से युवा तथा महिला अधिक परेशान: डॉ.गोपाल सिंह

मोतिहारी।आधुनिक जीवनशैली के कारण हमारे समाज मे आजकल शायद ही ऐसा कोई परिवार होगा जिसमे कोई न कोई दर्द की समस्या से परेशान ना हो। युवा एवं महिला कमर, पीठ एवं गर्दन के दर्द तथा साइटिका की समस्या से सबसे अधिक परेशान है।   उक्त बाते शहर के अगरवा स्थित गौतम बुद्ध दर्द उपचार क्लिनिक के निदेशक सह संचालक युवा चिकित्सक डॉ.गोपाल कुमार सिंह ने कही। डॉ.श्री सिंह ने बताया कि दर्द होने पर अक्सर लोग शुरुआत मे इसे हल्के मे लेते है, और बाद मे समस्या बढ जाने पर ईलाज के लिए जगह-जगह भटकने  पर मजबूर हो जाते है। दर्द संबंधित बिमारीयो का समय पर उचित उपचार होने पर दर्द से पुरी तरह से निजात संभव है। गौतम बुद्ध दर्द उपचार क्लिनिक मे साइटिका, तथा कमर व गर्दन मे दबे हुए नस के दर्जनो मरीजो का सफल ईलाज डॉ.गोपाल सिंह के द्वारा किया गया है। चम्पारण के मरीजो सस्ते दर पर दर्द से राहत दिलाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। डॉ.गोपाल ने बताया कि चम्पारण के मरीजो को दर्द मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक महीने के प्रथम रविवार को मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन क्लिनिक परिसर मे किया जाता है।

अटल जी का निधन एक अपूर्णीय क्षति

देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। यह निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है इस क्षति में हम लोग अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पूरे भारतवासियों को शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। हम वाजपेयी के प्रेरणाप्रद क्रियाकलापो, उनकी रचनाएं भारत के प्रति उनकी देन के प्रति आभारी हैं। जिन्होंने पोखरण परीक्षण आदि अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाकर इस देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने का काम किया था। वाजपेयी के संबंध में दो चार पंक्तियां यह कह सकता हूँ.....                     तू अटल, तू अजर।             न रुका कभी, ना थका कभी।।              बस चलता रहा, चलता रहा।         फक्र है तेरे गीत पर, देश के लिए तेरे प्रीत पर।             अब देश है अटल, अब देश है अजर।।                     इस विषम परिस्थिति में जब हमारे देश के महान व्यक्तित्व का निधन हो गया है । हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं उनके शुभचिंतकों के लिए यह शांति बनाए रखने का समय है। उनके अपने लोगों के लिए धैर्य एवं शांति की अपील है। हम उनकी प्रेरणाप्रद कदमों पर चलेंगे। उनके द्वारा उठाए गए कदम जो भारत के लिए, भारत के विकास के लिए, उन्नति का

अटल जी का निधन एक अपूर्णीय क्षति

देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। यह निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है इस क्षति में हम लोग अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पूरे भारतवासियों को शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। हम वाजपेयी के प्रेरणाप्रद क्रियाकलापो, उनकी रचनाएं भारत के प्रति उनकी देन के प्रति आभारी हैं। जिन्होंने पोखरण परीक्षण आदि अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाकर इस देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने का काम किया था। वाजपेयी के संबंध में दो चार पंक्तियां यह कह सकता हूँ.....                     तू अटल, तू अजर।             न रुका कभी, ना थका कभी।।              बस चलता रहा, चलता रहा।         फक्र है तेरे गीत पर, देश के लिए तेरे प्रीत पर।             अब देश है अटल, अब देश है अजर।।                     इस विषम परिस्थिति में जब हमारे देश के महान व्यक्तित्व का निधन हो गया है । हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं उनके शुभचिंतकों के लिए यह शांति बनाए रखने का समय है। उनके अपने लोगों के लिए धैर्य एवं शांति की अपील है। हम उनकी प्रेरणाप्रद कदमों पर चलेंगे। उनके द्वारा उठाए गए कदम जो भारत के लिए, भारत के विकास के लिए, उन

अटल बिहारीवाजपेयी अमर रहे ...Er. Lokesh Kumar

अटल बिहारी वाजपेयी  के देहांत की खबर सुनते ही  न्यू चाँदमारी मोतिहारी   के  Nucleus Physics Coaching के संस्थापक व संचालक Er. Lokesh Kumar   बहुत ही भावुक हो गए। वEr.  Lokesh  कहते हैं कि अटल बिहारी वाजपेई अब हमारे बीच नहीं रहे जिससे मैं काफी सुना सुना सा महसूस कर रहा हूं उनके निधन की खबर जैसे ही मुझे मिला उस समय मैं छात्रों को पढ़ा रहा था खबर सुनते ही एकदम सा संसा होकर रह गया समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं क्योंकि वह ऐसे व्यक्तित्व थे जिनके जीवन से हमें काफी प्रेरणा मिलती है उन्होंने विज्ञान को काफी बढ़ावा दिया इतना ही नहीं उन्होंने पोखरण परमाणु परीक्षण कराकर भारत को विश्व के चुनिंदा शक्तिशाली देशों के समकक्ष खड़ा कर दिया। वह भले ही आज हम लोगों के बीच नहीं हैं लेकिन उनका व्यक्तित्व हमेशा अमर रहेगा चाहे वे सत्ता में रहे या विपक्ष में उनका जीवन सदैव प्रेरणादायक रहा वह सदा हमारे दिलों में अमर रहेंगे भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। तो इस प्रकार आपने देखा कि किस तरह से शिक्षक इंजीनियर लोकेश कुमार अटल बिहारी बाजपेई की देहांत की खबर सुनकर भावुक हो गए क्योंकि वह अटल बिहारी वाजपेयी से भावनात्मक

अटल बिहारीवाजपेयी अमर रहे ...Er. Lokesh Kumar

अटल बिहारी वाजपेयी  के देहांत की खबर सुनते ही  न्यू चाँदमारी मोतिहारी   के  Nucleus Physics Coaching के संस्थापक व संचालक Er. Lokesh Kumar   बहुत ही भावुक हो गए। वEr.  Lokesh  कहते हैं कि अटल बिहारी वाजपेई अब हमारे बीच नहीं रहे जिससे मैं काफी सुना सुना सा महसूस कर रहा हूं उनके निधन की खबर जैसे ही मुझे मिला उस समय मैं छात्रों को पढ़ा रहा था खबर सुनते ही एकदम सा संसा होकर रह गया समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं क्योंकि वह ऐसे व्यक्तित्व थे जिनके जीवन से हमें काफी प्रेरणा मिलती है उन्होंने विज्ञान को काफी बढ़ावा दिया इतना ही नहीं उन्होंने पोखरण परमाणु परीक्षण कराकर भारत को विश्व के चुनिंदा शक्तिशाली देशों के समकक्ष खड़ा कर दिया। वह भले ही आज हम लोगों के बीच नहीं हैं लेकिन उनका व्यक्तित्व हमेशा अमर रहेगा चाहे वे सत्ता में रहे या विपक्ष में उनका जीवन सदैव प्रेरणादायक रहा वह सदा हमारे दिलों में अमर रहेंगे भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। तो इस प्रकार आपने देखा कि किस तरह से शिक्षक इंजीनियर लोकेश कुमार अटल बिहारी बाजपेई की देहांत की खबर सुनकर भावुक हो गए क्योंकि वह अटल बिहारी वाजपेयी स

रा.उ.म. वि. के प्रधानाध्यापक श्री अरविंद शरण सर का छात्रों के नाम संदेश.... स्वतंत्रता दिवस विशेष

स्वतंत्रता दिवस के 71वीं वर्षगांठ पर मैं समस्त छात्र गण एवं छात्राओं को देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं  मैं सभी छात्र-छात्राओं जो देश का भविष्य है और आने वाले समय में देश की दशा और दिशा दोनों बदलने की क्षमता रखते हैं उन्हें मैं इस 72 स्वतंत्रता दिवस पर कहना चाहता हूं कि वह अपनी ज्ञान, शक्ति, बुद्धि , साहस से असाधारण इंसान बने। एवं राष्ट्र के निमित्त अपना कर्तव्य निभाते रहें।  शिक्षा के प्रति बच्चों में जागरूकता फैलाते हुए ए श्री अरविंद शरण  प्रिंसिपल - राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जनेरवा   हिंदी, बंजरिया, पूर्वी चंपारण,बिहार 845401     स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्कूल परिसर आसपास  सफाई अभियान करते हुए

रा.उ.म. वि. के प्रधानाध्यापक श्री अरविंद शरण सर का छात्रों के नाम संदेश.... स्वतंत्रता दिवस विशेष

स्वतंत्रता दिवस के 71वीं वर्षगांठ पर मैं समस्त छात्र गण एवं छात्राओं को देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं  मैं सभी छात्र-छात्राओं जो देश का भविष्य है और आने वाले समय में देश की दशा और दिशा दोनों बदलने की क्षमता रखते हैं उन्हें मैं इस 72 स्वतंत्रता दिवस पर कहना चाहता हूं कि वह अपनी ज्ञान, शक्ति, बुद्धि , साहस से असाधारण इंसान बने। एवं राष्ट्र के निमित्त अपना कर्तव्य निभाते रहें।  शिक्षा के प्रति बच्चों में जागरूकता फैलाते हुए ए श्री अरविंद शरण  प्रिंसिपल - राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जनेरवा   हिंदी, बंजरिया, पूर्वी चंपारण,बिहार 845401     स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्कूल परिसर आसपास  सफाई अभियान करते हुए

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व एक्टर एवं कवि सुनील कविराज क

चंपारण के लाल  एवं बॉलीवुड के एक्टर सुनील कविराज ने भी स्वतंत्रता दिवस पर अपने मैसेज में कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर मैं एक्टर सुनिल कवि राज युवाओं के लिए संदेश देना चाहता हुँ कि अपना लक्ष्य निर्धारित करों और खुद की बनाई जिंदगी जिओ । सफलता को पाने के लिए दुःख,तकलीफ तो झेलना पड़ेगा फिर रुकना क्यूँ अपना रास्ता खुद बनाओ । जब तुम सफलता के मार्ग पर चलोगे तो साथ कोई नहीं होगा इसलिए अकेले चलना सिखों । जब सफल होंगे तो पुरी दुनिया तुम्हारे साथ होगी । लोगों के आलोचनाओं से सीख लो और खुद को सूरज की तरह तपने दो, तभी चमकदार कैरियर होगा । पत्थर की तरह रोना छोडो नहीं तो कंकड बनने में देर नहीं होगा । खुद से प्यार करना सीखों, कील की भाँति सिधे मत रहना नहीं तो लोग दिवाल में ठोक देंगे । तुम्हारे सपने की तुम्हें हौसला देगा इस लिए खुली आँखों से सपने देखो । तुम्हारे सकारात्मक सोच पर निर्भर करता है कि तुम क्या बनोगे । इसलिए जो बनना चाहते हो वैसी सोच रखो । दर्द, तकलीफ, परेशानी, दुःख, भुख,प्यास ,आलोचना ही तुम्हारे दोस्त है तो इन्हें गले लगाओ , सफलता तुम्हारे कदम चुमेगी । ✒Sunil Kavi Razz (Actor B