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Showing posts from March, 2018

तुम्हारे प्यार में

अभी तलक बदला नहीं मैं तुम्हारे इंतजार में.. कहीं तुम बदल जाओगी गोरी मेरे निश्चल प्यार में

रामलाल प्रसाद.......💂💂💂

Breaking news:-           बिहार पुलिस के जवान रामप्रसाद ने अपने Facebook पोस्ट पर एक फोटो डालते हुए, अपने फॉलोवर ,अपने मित्रों से प्रश्न किया है कि कहीं वे #कुपोषण के शिकार तो नहीं है ...? क्या वास्तव में वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं...? ऐसा उन्होंने अपने एक फोटो को पोस्ट करके किया है ।               6 फुट 3 इंच लंबे #रामलाल_प्रसाद अभी बिहार पुलिस में कॉस्टेबल हैं एवं #राजेश_कुमार_सुमन के साथ मिलकर #सेल्फी_विद_ट्री अभियान चला रहे हैं जिसके तहत किसी न किसी आयोजन या शुभ अवसर पर अथवा जन्मदिन विवाह या अन्य शुभ अवसर पर एक पौधे का रोपण करते हुए फोटो अपने फेसबुक वॉल पर चस्पा देते हैं और इस माध्यम से भी ग्रीन इंडिया मिशन को प्रमोट कर रहे हैं मालूम हो कि रसड़ा के शिक्षक जो कि रोसरा समस्तीपुर में ही बीएसएस क्लब के माध्यम से बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं राजेश कुमार सुमन भी इस तरह के अभियान के लिए अपने क्षेत्र में काफी चर्चित है ।                किंतु रामलाल जी की इस पोस्ट  एक प्रश्न चिन्ह अवश्य खड़ा किया है कि क्या बिहार पुलिस के जवानों को उस तरह के संतुलित भोजन नहीं मिल पा रहे हैं जितना कि उ

मिर्जापुर के शिक्षक गोपाल सर हुए ठगी के शिकार

#Breaking_News- मिर्जापुर के शिक्षक गोपाल सर हुए ठगी के शिकार मालूम हो कि भोपाल शहर मिर्जापुर में रहने वाले ऐसे दिव्यांग शिक्षक हैं जो कि वर्षों से अपने क्षेत्र के गरीब बच्चों को निशुल्क वह सक्षम बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं उन्होंने अपनी दिव्यांगता के बावजूद पढ़ना और पढ़ाना नहीं छोड़ा उनकी आंखों में एक सपना था अपने गांव के बच्चों को शिक्षित देखने का जिसे उन्होंने अपने दिव्यांगता पर भारी कर पूरा किया अपने गांव क्षेत्र के बच्चों को तबीयत खराब रहने के बावजूद भी पूरे मनोयोग से शिक्षा देते हैं ट्राई साइकिल पर बैठकर शिक्षा देते हुए आप उन्हें कई बार फोटो में देख सकते हैं क्योंकि बच्चों को शिक्षित कर रहे थे फिर उन्होंने सोचा क्यों ना इसे एक एनजीओ का रुप दिया जाए अचानक से 1 दिन एक अननोन नंबर से उन्हें कॉल आया कोई मॉडल मैडम ने कॉल किया और कहा कि आप एनजीओ का रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं तो हो जाएगा आप मेरे भेजे गए WhatsApp नंबर ऊपर दिए गए अकाउंट में ₹10000 डाल दीजिए मैं आपके अकाउंट का भेजा गया था के बराबर पुस्तक एवं अध्ययन सामग्री आपके बच्चे को भेज देंगी और आपके एनजीओ का रजिस्ट्रेशन हो जाए

रातो रात लखपति बनने का अधूरा सपना...... आप भी पढ़िए

ऐसे भ्रामक विज्ञापनों से बचकर रहें,.... सुबह से ऐसे मैसेज आ रहे हैं कि आप जीत चुके हैं tata safari कार और आप सफारी कर लीजिए या पैसे लीजिए बस  अकाउंट में 6450 रुपए पहले रजिस्ट्रेशन के रूप में जमा कराना है और उसके 5 मिनट बाद आपके अकाउंट में ₹ 1200000 आ जाएंगे ऐसे सुबह से 10 कॉल आ चुके हैं मैंने कंफर्मेशन के लिए उससे पूछा कि भैया यह किस नियम के तहत मिल रहे हैं तो उसने कहा भैया आपने कभी खरीदा हुआ था तो जिसके तहत आप को यह प्रोफाइल हो रहा है मैंने पूछा भाई कंपनी कौन सी है तो उसने बताया कि हम Snapdeal कंपनी से बोल रहे हैं मैंने कहा कि अगर इस तरह की कोई भी ड्रावर हुआ होगा तो कंपनी की वेबसाइट पर तो होना चाहिए बोला कि भैया हुआ है लेकिन वेबसाइट पर तभी लोड होगा जब आप 6450 रुपया हमारे अकाउंट में डाल दोगे शक का पहला पॉइंट यही था फिर मैंने उससे पूछा अच्छा यह बताओ हमने कहीं ऐसा तो नहीं सुना है कि रजिस्ट्रेशन बाद में हो और ड्रॉ पहले हो जाए तो वह थोड़ा सा पकड़ा गया मेरे मन में भी था कि भैया मैंने मोबाइल Snapdeal कंपनी से खरीदा था तो मैं कंफर्म करने लगा कि चलो और कुछ पूछते हैं मैंने कहा ठीक है तुम अपना ब

BJMC Practical Training March 2018

We all will miss you Ashutosh kumar Rajan sir #राजन_सर, सिर्फ #Mass_Communication मास कम्युनिकेशन के शिक्षक ही नहीं है, अपितु बहुत अच्छे इंसान भी हैं। इसके साथ ही साथ सर #PTN_news_Patna  में विशेष संवाददाता भी हैं . विगत कई वर्षों से पत्रकारिता के छात्रों को पत्रकारिता से संबंधित प्रैक्टिकल  टेक्निकल ज्ञान दे रहे हैं। इसके साथ ही साथ स्क्रिप्ट राइटिंग विजुअल एडिटिंग न्यूज़ मेकिंग जैसे तमाम छोटे-छोटे लेकिन मोटी गंभीर विषयों से छात्रों को रूबरू करा रहे हैं ।                    सीखने के दौरान कई बार ऐसा अवसर आया, जिस दौरान सर से एक ही चीज को बार-बार पूछना पड़ा। लेकिन सर एक बार भी गुस्सा नहीं हुए ना ही उन्होंने कभी यह कहा कि हम नहीं बताएंगे। यदि मैं सत्य सत्य कहूं तो इससे पहले मुझे स्क्रिप्ट राइटिंग का कोई भी आईडिया नहीं था बस जो मैंने पढ़ा था उसकी थोड़ी बहुत जानकारी थी। और कुछ बड़े पत्रकारों का मार्गदर्शन भर मिला था। समयाभाव में न ही वे कुछ सिखा पाते थे और न मैं कुछ सिख ही पाता था।                     प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के दौरान बहुत सारे मित्रों से मुलाकात हुई जो अपने अपने क्षेत्र में कि