जो लोग आध्यात्मिक चिंतन से विमुख होकर केवल लोकोपकारी कार्य में लगे रहते हैं वह अपनी ही सफलता पर अथवा सद्गुणों पर मोहित हो जाते हैं, वह अपने आप को लोक सेवक के रूप मे...
प्रोफाइल पिक्चर की तरह, बदल रही है जिंदगी। कभी खुशी और कभी गम में भी, बदल रही है जिंदगी। विराट हैंडसम है तो क्या, हम भी कोई इन से कम थोड़े ही है, और इसी बीच हौले हौले से, संभल रही है ...
मेरा प्रेम-पत्र कोई, मेरे ससुर जी तक पहुंचा देना। दिल में है हजारों गम , उनमें से एक समझा देना। घबराने की बात नहीं, और इंतजार कर लेना। अपनी पुत्री कहा हाथ, मेरे हाथ में ही देना। मैंने प्रेम पत्र नहीं लिखा है, अंत: मन का संगीत सुनाता हूं। आपकी पुत्री से निभाने को, मैं यह मैसेज आप तक पहुंचाता हूं।
कई पक्ष बीत गए, मुझे तुम्हारा इंतजार रहा। तुम हमें कब याद किए, हमारा प्यार तो प्यार रहा। यौवन का रूप मलिन हुआ, चन्दा का वही आकार रहा। अॉखों का दीप्ति चली गई, कभी पतझड़, कभी बहार रहा। तुम सोए रहे सघन नीड़ में, दस्तक होता बारंबार रहा।।
नकुल कुमार/मोतिहारी 08083686563 महाड़ आंदोलन के प्रणेता, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज को बुलंद करने वाले, सदी के महानायक, महान विचारक, महान राजनीतिज्ञ एवं मह...