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पैसा ही सबकुछ........

नीचे दिए गए लिंक को खोलिए और देखिए Nakul Kumar  के #बचपन_के_मित्र Aditya Gupta की दमदार एक्टिंग....... https://youtu.be/H_dszpvKL0A                छोटे-छोटे मूवी के माध्यम से आदित्य गुप्ता के कदम बॉलीवुड इंडस्ट्री की तरफ बढ़ने लगे हैं . मालूम हो कि आदित्य गुप्ता का प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा विद्या निकेतन मोतिहारी से हुई . इन ही दिनों आदित्य गुप्ता की मुलाकात नकुल कुमार, राहुल, अंशु, प्रवीण ,आदि मित्रों से हुई एवं #मुन्ना_भाई_सर के मार्गदर्शन में विभिन्न ड्रामा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सभी को हिस्सा लेने का मौका मिला और धीरे-धीरे यह गुण सब में विकसित होते गए . आज सभी अपने अपने क्षेत्र में अपने अपने मुकाम हासिल करने को आतुर हैं। जहां एक ओर Anshu Tiwary  भी छोटी-छोटी स्क्रिप्ट के माध्यम से बॉलीवुड में एंट्री को तैयार हैं। #नकुल_कुमार #बचपन_पढ़ाओ_आंदोलन के माध्यम से समाज में शैक्षणिक जागृति को तैयार हैं .अन्य मित्र भी अपने अपने क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं । इस लिंक को खोलिए और देखिए आदित्य गुप्ता की दमदार एक्टिंग।। https://youtu.be/H_dszpvKL0A

बचपन

#बचपन सुहावन होता है, #बचपन मनभावन होता है । #बचपन जीवन की नींव है, #बचपन स्वभाविक जीव हैं। #बचपन मंगल प्रभात है , #बचपन जीवन की शुरूआत है। #बचपन को ही पढ़ाना है, #बचपन में ही सिखाना है। #बचपन को सुधार कर, एक सभ्य समाज बनाना है ।। आइए सब मिलकर #बचपन_पढ़ाएं...... #नकुल_कुमार फाउंडर: #बचपन_पढ़ाओ_आन्दोलन                                        "बच्चा पढ़़ेगा तभी देश बढ़ेगा" #NTC_CLUB_Motihari

सावित्रीबाई फुले जयंति........

👉 3 जनवरी, सावित्रीबाई फुले जयंती          जो सरस्वती को तो जानते है लेकिन सावित्री बाई फूले को नही जानते कृपया ये पूरा पढ़े...       नाम– सावित्रीबाई फूले जन्म– 3 जनवरी सन् 1831 मृत्यु– 10 मार्च सन् 1897 👉 उपलब्धि कर्मठ समाजसेवी जिन्होंने समाज के पिछड़े वर्ग खासतौर पर महिलाओं के लिए अनेक कल्याणकारी काम किये, उन्हें उनकी मराठी कविताओं के लिए भी जाना जाता है। 👉 जन्म व विवाह सावित्रीबाई फूले का जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगाँव नामक स्थान पर 3 जनवरी सन् 1831 को हुआ। उनके पिता का नाम खण्डोजी नेवसे और माता का नाम लक्ष्मीबाई था। सन् 1840 में मात्र नौ वर्ष की आयु में ही उनका विवाह बारह वर्ष के ज्योतिबा फूले से हुआ। महात्मा ज्योतिबा फूले स्वयं एक महान विचारक, कार्यकर्ता, समाज सुधारक, लेखक, दार्शनिक, संपादक और क्रांतिकारी थे। 📝 सावित्रीबाई पढ़ी-लिखी नहीं थीं। शादी के बाद ज्योतिबा ने ही उन्हें पढ़ना-लिखना सिखाया। बाद में सावित्रीबाई ने ही पिछड़े समाज की ही नहीं, बल्कि देश की प्रथम शिक्षिका होने का गौरव प्राप्त किया। उस समय लड़कियों की दशा अत्यंत दयनीय थी और उन्हें पढ़ने लिखने की अनुमति तक न

नकुल कुमार की कलम से.....

#नकुल_कुमार_की_कलम_से.......... ★सिंधिया हिब्बन स्थित श्मशान के बीचो-बीच चाटी मां मंदिर एवं आसपास लगे मेला की झांकिया..........               कितना अच्छा लगता है जब मेला अपने गांव के आसपास लगता है ।कितना खुशनुमा माहौल होता है। लोग  सज धज के आते हैं । कुछ मैया से मांगने आते हैं ।कुछ खाने पीने आते हैं। कुछ दान दक्षिणा करने आते हैं और कुछ एक दूसरे को देखने आते हैं .....😂😂😂.              सच में कहूं मुझे तो बहुत अच्छा लगता है क्योंकि मैं मेला जाता हूं देवी मैया को प्रणाम करता हूं एवं लौटते समय जलेबी,पकौड़ी,मिठाई,नमकीन जलेबी,गुपचुप और भी तरह तरह के पकवान खाते आता हूं । झूले पर नहीं चढ़ता हूँ , चुकी मुझे डर लगता है लेकिन देखने पर ईतना आनंद आ जाता है जिसकी आनंद अनुभूति को इन शब्दों से गढा नहीं जा सकता है। शब्द कम पड़ जाते हैं ।                   चारों तरफ खेत खलिहान और बीच में श्मशान और उस बीच मे चाटी मां का मंदिर। बिल्कुल अध्यात्मिक एवं अद्भुत नजारा होता है । कभी मौका मिले तो आप भी आइए 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक जब भव्य आयोजन होता है धन्यवाद

चाटी माई मंदिर सिघिया हिब्बन मोतिहारी

नकुल कुमार/8083686563 #चाटी_माई_मंदिर_सिघिया_हिब्बन_मोतिहारी                         अध्यात्म का मनुष्य के जीवन में अलग ही महत्व हैं।और इस तरह का अध्यात्मिक माहौल अपने शहर के आसपास उपलब्ध हो तो फिर कहना ही क्या...?                मोतिहारी शहर से 3 किलोमीटर पश्चिम में बसे सिंधिया हिब्बनन के शमशान के बीचों बीच स्थित #चाटी_माई_मंदिर अपनेे आध्यात्मिक एवं दैविक चमत्कार के लिए प्रसिद्ध हैं।                किमवदंतियों के अनुसार पहले इसी श्मशान में एक भगत का घर था। उसने एक दिन सपना देखा कि सपने में कोई आकर उसे चांटा मार रहा है लेकिन उसने उस सपने पर ध्यान नहीं दिया। समय बीतता गया और समय के साथ-साथ उसका सपना अब वास्तविक ढंग से प्रत्यक्ष रुप से उसके साथ घटित होने लगा, और जो चांटा सपने में लगता था वह अब वास्तविक रूप में उसे लगने लगा। फिर 1 दिन सपने में कोई आया और उनको बताया कि अमुक जगह पर शक्ति स्थल स्थापित करे। और वह व्यक्ति उस जगह पर पहुंच कर एक शक्ति स्थल स्थापित किया और वही शक्ति स्थल आज देवी मां का मंदिर है।। चाटा मारने के कारण वे चाटी माई के नाम से प्रसिद्ध हुई।। तथा वह व्यक्ति ही चाटी माई क

Happy Birthday to you Dear Papa G

चरण आपकी छूलूं, करूं मैं वंदन बारंबार। सुख-दुख के दोनों तीरों पर, दिया है मुझको प्यार।। ऐसे मेरे मात पिता , अपना छोटा सा संसार।। चरण आपके छूलूं, करू मैं वंदन बारंबार ।। पढ़ा लिखा आपने हमको, दिया खुशी अपार।। आगे बढ़ रहे हैं हम, सब करलो थोड़ा और इंतजार।। चरण आपके छूलूं, करू मैं वंदन बारंबार ।। मेहनत लगन से लगे हम सब, ताकि खुशियों से पूर्ण हो संसार।। खूब कमाए खुश रखे आपको, बढ़ता रहे सबमें प्यार।। चरण आपके छूलूं, करू मैं वंदन बारंबार ।। एक दिन आपके लिए बहू लाएंगे, घर द्वार पोते-पोतियों से भर जाएंगे, रात भर जीन्हें लोरी सुनाकर, आप बाहों में उन्हें सुलाएंगे।। क्या खूब प्रेम के रिश्ते होंगे, होगा प्यारा अपना संसार।। चरण आपके छूलूं, करू मैं वंदन बारंबार । लेखक: नकुल कुमार फाउंडर: बचपन पढ़ाओ आन्दोलन N.T.C. CLUB MOTIHARI

दरिद्र नारायणों के बीच कंबल वितरण करके मनाया गया नया साल।

जहां एक और लोग जश्न जश्न मनाने में मगन है उन्हें दुनिया और दुनियादारी की कोई फिक्र नही वहीं दूसरी ओर संत श्री आसाराम जी बापू द्वारा प्रेरित संस्था श्री योग वेदांत सेवा समिति चोरमा मोतिहारी पूर्वी चंपारण बिहार इकाई के सदस्यों ने गरीब लोगों के बीच कंबल वितरण किया। मालूम हो  कि इस समय चंपारण में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास है । एवं अन्य सुदूर क्षेत्रों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जिससे सड़क किनारे गुजर बसर कर रहे गरीब लोग काफी ज्यादा प्रभावित हैं। श्री योग वेदांत सेवा समिति चोरमा मोतिहारी पूर्वी चम्पारण के सदस्यों ने कंबल वितरण करके समाज को एक संदेश देने की भी कोशिश की, कि हम नए साल को समाजिक सरोकार के रूप में समाज के गरीब लोगों की सहायता करके भी मना सकते हैं।।                कंबल लेने वाले  रमई पासवान ,सीताराम राय, तिलक पासवान ,जय पति देवी, शत्रु सहनी एवं अन्य असहाय लोगों के बीच  कंबल वितरण किया गया। इस अवसर पर दिलीप कुमार यादव, श्यामा केसरी ,शिवजी प्रसाद  उर्फ हरि ओम जी , राजकिशोर सिंह ,राजन सिंह ,विजय तिवारी, प्रमोद यादव ,बच्चा सिंह के अलावा अन्य गणमान्य लोग भी उपस