कभी सोचा न था,
ऐसा दिन भी आएगा।
लड़के गे और बेटियों संग बलात्कार,
किया जाएगा ।
भाउकता बेची जाएगी,
मूर्ख प्रेरक बन जाएगा ।
उत्तेजना चरम छू जाएगी,
समाजिकता धरी रह जाएगी ।
नाजुक तन परोसा जाएगा ,
कपड़ा, तन चढ़ने को तरस जाएगा ।
बेटी अपनी हो जाएगी,
घर-घर बहू जलाई जाएगी ।
मर्द नपुंसक हो जाएगा और ,
कम्प्यूटर बच्चा जनाएगा ।
तब राह गुजरती महिला को,
घूर-घूर कर देखा जाएगा ।
तब लाल किले की प्राचीर से ,
एक मर्द दहाड़ लगाएगा ।
बेटी बचाओ का नारा ,
जोर शोर से लगाएगा ।
तब शर्मिन्दा होगा यह देश ,
जब घर-घर शौचालय हो , का आग्रह कर जाएगा ।
धन्यवाद।।
विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष
NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि..... " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है । हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्
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