नकुल कुमार साह/मोतिहारी
#क्या_तीसरी_आंख_सुरक्षित_है...?
यूं तो मोतिहारी शहर के चौक चौराहों पर तीसरी आंख का पहरा है किन्तु यक्ष प्रश्न यह है कि क्या इन पहरेदारों के आंखों की सेहत व सुरक्षा का ख्याल किया गया है....?
जी हां नीचे के फोटो में आप देख सकते हैं कि किस तरह से सीसीटीवी कैमरे के मूल से एक तार निकल रही है। जो कि नीचे लगे एक बॉक्स में जाती है। इसके द्वारा इंटरनेट के माध्यम से कैमरे के द्वारा ली गई फोटो वीडियो आदि अपने कंट्रोल रुम को भेजी जाती है।
जरा सोचिए अगर अपराधी किसी बड़ी साजिश के तहत किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले हो और उससे पहले इस वायर को ही काट देंगे तो क्या कंट्रोल रूम तक कोई फोटो या वीडियो पहुंच पाएगा...? उसके बाद प्रशासन लापरवाही का रोना रोएगा। लेकिन...........तब तक घटना हो चुकी होगी।
#अब_प्रश्न_उठता_है_कि_समस्या_का_समाधान_क्या_है...?
#समाधान: यदि सभी तार जो लटकते हुए नजर आ रहे हैं इनको लोहे के पाइप के माध्यम से लाकर सीधा बस के अंदर डाला जाता इस परिस्थिति में ऐसी किसी भी संभावना से बचा जा सकता था।
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