आज हर्फ़ मीडिया प्रा०लि० द्वारा स्थानीय आई०एम०ए०हॉल में एक प्रोफेशनल ब्लॉग संचालन कार्यशाला का आयोजन किया गया।जिसमें "ऑल टिप्स फाइंडर" के संचालक स्थापित युवा ब्लॉगर आबिद अनवर और डायट के डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव ने उपस्थित युवा और युवतियों को मोटिवेट किया और प्रोफेशनल ब्लॉग संचालन के संबंध में अपनी बहुमूल्य बातें बताईं।
सब से पहले हर्फ़ मीडिया के निदेशक गुलरेज़ शहज़ाद ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए उपस्थित अतिथियों का परिचय कराते हुए कार्यशाला के मकसद पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "खुद धनवान बनें और दूसरों को धनवान बनाएं" यही इस कार्यशाला का मक़सद है।पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के लिए बहुत ज़रूरी है कि समय का सदुपयोग करते हुए सकारात्मक सोच के साथ अपने सुंदर सपने को साकार करने के लिए ईमानदार प्रयास करे।वहीं देश के शीर्ष पचास ब्लॉगर में शामिल आबिद अनवर ने लैपटॉप के माध्यम से ब्लॉगिंग क्या है,ब्लॉग कैसे बनाते हैं,इसका प्रयोग कैसे करते हैं और ब्लॉग से कैसे पैसे कमा सकते हैं जैसे बिदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।आबिद अनवर के पांच सौ आलेख नेट पर उपलब्ध हैं।
अंत में विकास डॉट कॉम के संचालक विकास कुमार ने भी अपने विचार रखते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यशाला में प्रो०क़ासिद अनवर,डॉ०कासिम अंसारी,शहवाज़ अनवर,राशिद जमील,तनवीर अहमद,राशिद अनवर,आदिल अनवर,शाहबाज़ आलम,असद आलम,अज़हर आलम सहित खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष
NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि..... " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है । हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्
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