Diet college Motihari मैं नामांकन को लेकर नामांकन में पारदर्शिता को लेकर असंतुष्ट अभ्यार्थी विगत 2 दिनों से डाइट कॉलेज मोतिहारी के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं मालूम हो कि डाइट कॉलेज में 200 सीटों पर नामांकन को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा सूचना पत्र निर्गत किया गया था जिसमें लगभग 27,000 छात्रों ने फॉर्म डाला था इन्हीं छात्रों में से योग्य विद्यार्थियों का चयन किया जाना है
📹बिहार बोर्ड के छात्रों के साथ हो रहा पक्षपात
बिहार बोर्ड के वैसे सभी छात्र जिन्होंने नामांकन के लिए फॉर्म डाला था उन सभी अभ्यर्थियों का कहना है कि नामांकन में बिहार बोर्ड के छात्रों के साथ भेदभाव हो रहा है और सीबीएसई के छात्रों के प्राप्तांक को प्रतिशत को प्राथमिकता दी जा रही है जबकि बिहार बोर्ड के छात्रों के प्राप्तांक को उतनी प्राथमिकता नहीं दी जा रही है
📹 प्रतिशत प्राप्तांक में बिहार बोर्ड के छात्रों की दरिद्र स्थिति
मालूम हो कि बिहार बोर्ड के छात्रों को प्राप्तांक CBSE की तुलना में काफी कम होते हैं जिसके कारण जहां भी प्रतिशत की बात आती है वहां सीबीएसई के छात्र पहले सिलेक्ट हो जाते हैं और बिहार बोर्ड के छात्र महज भीड़ का हिस्सा बनकर रह जाते हैं बदलते परिवेश में सरकारें भी बदली और बिहार बोर्ड को CBSE हिंदी मीडियम भी किया गया किंतु इन सबके बावजूद मार्किंग मैप अच्छे प्रतिशत की दरिद्र स्थिति आज भी बनी हुई है इक्के दुक्के छात्रों को छोड़ दिया जाए तो एवरेज 70 प्रतिशत से पार नहीं जा पाता है और यही प्राप्तांक में कमी बिहारी छात्रों को बिहार बोर्ड के छात्रों को अन्य बोर्ड की तुलना में बैकफुट पर लाकर खड़ा कर देता है
📹 d i e t के नामांकन में उच्चतम प्रतिशत प्राप्तांक को प्रमुखता
डाइट मोतिहारी के प्रिंसिपल उपेंद्र बैठा का कहना है कि हम सरकार द्वारा बनाई गई नियमावली का अनुपालन कर रहे हैं छात्रों के द्वारा लगाए गए आरोप को उन्होंने सरासर खारिज करते हुए कहा कि सिर्फ CBSE के अभ्यर्थियों का नामांकन करने की बात महज एक अफवाह है बिहार बोर्ड के छात्रों के साथ कहीं से भी नाइंसाफी नहीं हो रही है इसमें पूरी पारदर्शिता के साथ नामांकन नियमावली का पालन किया जा रहा है
📹 आंदोलनरत छात्रों के आरोप
आंदोलनरत छात्रों का आरोप है कि डाइट नामांकन में उच्चतम प्रतिशत प्राप्तांक को मान्यता दी जा रही है और इस आधार पर CBSE के बच्चों का नामांकन बड़ी आराम से हो जाएगा और बिहार बोर्ड के छात्र मुंह ताकते रह जाएंगे। क्योंकि CBSE के छात्रों का प्रतिशत 99% तक होता है जबकि बिहार बोर्ड में 70% से ऊपर लाना अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है अतः इस आधार पर चयन होगा तो बिहार बोर्ड के 90% छात्र इससे वंचित रह जाएंगे।
📹 नामांकन में धांधली हुई तो 7 जून 2018 को होगा धरना प्रदर्शन एवं तालाबंदी
Diet प्रशासन मोतिहारी के प्रतिशत वाले फार्मूले से नाराज छात्रों ने छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले जिला कार्यालय में आज बैठक की जिसमें छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के पुरजोर विरोध को लेकर विचार विमर्श किया गया जिला अध्यक्ष कुंदन सिंह ने कहा कि डाइट में हो रही धांधली को लेकर हम सभी चुप नहीं रहेंगे वही संरक्षक रजत पाठक ने कहा कि हम सभी छात्रों को एकजुट होकर पुरजोर प्रदर्शन करना होगा ताकि हमें हमारा वास्तविक हक मिल सके उपाध्यक्ष संतोष ने कहा कि हम छात्रों से अपील करते हैं कि 7 जून 2018 को भारी संख्या में डाइट मोतिहारी के गेट पर पर दर्शन के लिए आए एवं इसमें शामिल होकर एकजुटता का प्रदर्शन करें बैठक में अध्यक्ष कुंदन सिंह उपाध्यक्ष कुमार संतोष संरक्षक पाठक संस्थापक अध्यक्ष पिंकू प्रताप कोषाध्यक्ष अजीत कुमार योगेश गुप्ता अजीत झा दीपक कुमार धनंजय वर्मा मनीष कुमार बिट्टू एवं अन्य छात्रों की मौजूदगी रही
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