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27 जुलाई 2018 को पूर्व राष्ट्रपति व भारत के मिसाईल मैन डा.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम साहब के तृतीय पुण्यतिथि के अवसर पर गांधी जी के कर्मभूमि मोतिहारी के टाऊन हॉल में ख्वाब फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित "कलाम को सलाम" कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बिहार के समस्तीपुर जिला के रोसड़ा प्रखंड अन्तर्गत ढरहा निवासी किसान श्री रामचरित्र महतो के बड़े पुत्र पर्यावरण प्रेमी श्री राजेश कुमार सुमन को #TreeMan_of_India अवार्ड से मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र शर्मा नें सम्मानित किया। बताते चलें कि श्री राजेश कुमार सुमन ने पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए #Selfie_with_tree अभियान चलाकर आमजनों व स्कूली छात्र-छात्राओं को पेड़-पौधा के महत्ता के बारे में बताते हैं और सभी लोगों से प्रत्येक वर्ष कम से कम एक पौधारोपण करने के लिए प्रेरित करते हैं साथ-साथ ही बड़े होने तक देखभाल करने के लिए आग्रह भी करते हैं।इससे इतर सुमन विभिन्न शादी समारोह,जन्मदिन,मुंडन,जनेऊ,छट्ठी,शादी का सालगिरह,गृह प्रवेश जैसे मांगलिक अनुष्ठानों के आयोजनों के अवसर पर महंगा गिफ्ट या चुमावन के बदले इको फ्रेंडली गिफ्ट के रूप पौधा भेंट कर तत्पश्चात पौधारोपण भी करते हैं।खासकर सुमन शादी-ब्याह के मौंके पर वरमाला के समय वर-वधू को उपहार के रूप में पौधा भेंट नहीं भूलते हैं।इसके अलावे वर-वधू के आगमन पर पौधारोपण कर दाम्पत्य जीवन का शुरू करवाते हैं।इससे हटकर विभिन्न कार्यक्रमों का उद्घाटन दीप प्रज्वलन व फीता काटने के बदले पौधारोपण कर करने के लिए आम-जनों को प्रेरित करते हैं। सुमन जहाँ कहीं भी किसी उच्चाधिकारियों से शिष्टाचार मुलाकात करने जातें हैं तो बुके के बदले पौधा भेंट कर करते हैं।विभिन्न महापुरुषों का जयंती हो या पुण्यतिथि हो,शहीदों के शहादत दिवस के अवसरों पर उनके सम्मान में उनके नाम से पौधारोपण करना नहीं भूलते हैं।सुमन बचपन से ही अपने जन्मदिन पर महंगे केक काटने के स्थान पर पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए पौधारोपण कर इको फ्रेंडली जन्मदिन मनाते आ रहे हैं। जब इनका शादी हुआ तो शादी के बाद शादी के सालगिरह पर पश्चिमी सभ्यता वाला केक के स्थान पर हमेशा पौधारोपण कर सालगिरह मनाते हैं।इनके बेटा-बेटियों के द्वारा भी जन्मदिन पर भी पौधारोपण किया जाता है।इससे हटकर सुमन गरीब,दिव्यांग और बेटियों को शिक्षादान करते हैं और तत्पश्चात बच्चों से गुरुदक्षिणा के रूप में पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए एक पौधा मांगते हैं और सभी बच्चों से भी पौधारोपण करने के लिए प्रेरित करते हैं। विश्व पर्यावरण दिवस,विश्व पृथ्वी दिवस,विश्व विज्ञान दिवस,विश्व जल दिवस जैसे आयोजनों पर पर्यावरण संगोष्ठी व पर्यावरण जागरूकता रैली पौधारोपण करने लिए आमजनों को जागरूक भी करते हैं। विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के सत्रारंभ समारोह के दौरान सभी छात्र-छात्राओं को पौधा भेंट कर स्वागत करते हैं।बेटियों के जन्म लेने पर विभिन्न अस्पताल परिसर या फिर उनके घर पर जाकर बेटियों के नाम से पौधारोपण करते हैं।अबतक सुमन और उनके टीम के द्वारा बिना किसी सरकारी सहायता यानि कि आमजनों और युवाओं के द्वारा अपना पाॅकेट खर्च बचाकर देशभर में लाखों की संख्या में पौधारोपण किया जा चुका है।श्री राजेश कुमार सुमन सुमन को "ट्रीमैन आॅफ इंडिया" अवार्ड से सम्मानित किये जाने पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के निवर्तमान कुलपति डा. साकेत कुशवाहा,प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण कमिटी बिहार विधान पटना के अध्यक्ष प्रो. नवल किशोर यादव,युवा शिक्षाविद मुकेश कुमार,शिक्षाविद प्रीतम शाही,
बिहार के सबसे युवा सरपंच रतन बिहारी,इको फ्रेंडली मूर्तिकार भारतश्री कुन्दन कुमार,शिक्षाविद् राज नारायण कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षाविदों,राजनेताओं,पर्यावरण कार्यकर्ताओं व गणमान्य लोगों ने बधाई दिया।
विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष
NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि..... " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है । हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्
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