पटना। इंद्रप्रस्थ एडुकेशनल रिसर्च एंड चैरिटबल ट्रस्ट के सौजन्य से समाज में अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े लोगों को उनके उल्लेखनीय योगदान को
देखते हुये आगामी 25 अगस्त को इंडियाज राइजिंग स्टार अवार्ड 2019 से
नवाजा जायेगा।
इंद्रप्रस्थ एडुकेशनल रिसर्च एंड चैरिटबल ट्रस्ट की सीईओ काजल यादव ने बताया कि हमारे देश का इतिहास काफी गौरवाशली रहा है।विभिन्न हिस्सों एवं क्षेत्रों में कई लोग अपने स्तर पर निस्वार्थ भाव से निरंतर देश को आगे बढ़ाने में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं।उन्हीं लोगों को प्रोत्साहित एवं उनके द्वारा देश और समाज के लिए किये जा रहे सराहनीय काम को सम्मान देने के लिये 25 अगस्त को राजधानी पटना में इंडियाज राइजिंग स्टार अवार्ड 2019 का आयोजन किया गया है,जिसमें देश के उन रीयल हिरो को सम्मानित किया जायेगा जो विभिन्न क्षेत्रों में जो निरंतर देश को आगे ले जाने में प्रयासरत हैं।
श्रीमती काजल यादव ने बताया कि उनकी संस्था की ओर से दूसरी बार इंडियाज राइजिंग स्टार अवार्ड का आयोजन किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि
संस्था की ओर से वैसे लोगों को सम्मानित किया जायेगा जिन्होंने समाज में उल्लेखनीय योगदान देते हुये अपनी सशक्त पहचान बनायी है। इनमें हर क्षेत्र
से जुड़े लोग शामिल हैं।सम्मानित किये जाने वाले लोगों में डांसर, कलाकार, फैशन डिजाइनर, मॉडल, कवि, लेखक, पत्रकार, समाज सेवक ,डॉक्टर ,शिक्षक और
खिलाड़ी समेत सभी वर्गो के लोग शामिल हैं।
विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष
NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि..... " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है । हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्
Comments