पटना। जिला सूचना एवम जनसंपर्क पदाधिकारी गुप्तेश्वर कुमार समाजसेवी अफसर नवाब छोटा लालू विजय शंकर पाठक श्रवण वर्णबाल आदि ने संयुक्तरूप से नगर भवन में किया।फिल्म सोमवार को राहुल वर्मा फिल्म प्रोडक्सन के यू ट्यूब पर रीलीज किया जायेगा ।फिल्म दौलत का निर्माण फिल्म फेस्टिवल के लिए किया जा रहा है ज्ञात होगा कि राहुल वर्मा फिल्म प्रोडक्सन बैनर तले बनी फिल्म तिरंगा को कई फिल्म फेस्टिवल्स के लिए चयन किया गया है ।फिल्म के निर्माता निर्देशक व मुख्य कलाकार राहुल वर्मा व गुनगुन है वहीं अन्य कलाकार में राजकमल रंजन सिन्हा अभिषेक प्रजापति सौरव गिरि आरती सक्सेना और कृश मुकेश है वहीं फिल्म की लेखक ऋचा शर्मा है फिल्म दौलत का निर्माण वर्ल्ड बिगेस्ट फिल्म फेस्टिवल्स के लिए बनाया गया है जो कि मार्च 2020 में राजस्थान में प्रदर्शित किया जायेगा फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक छोटी बच्ची अपनी बीमार माँ के लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए फूल बेचती है और उसे भोजन के लिए क्या- क्या करना पड़ता हैं ।फिल्म में दिखाया गया है कि संस्कार ही सबसे बड़ी दौलत है जो कि पैसों नहीं मिल सकती हैं राहुल वर्मा द्वारा लगातार सामाजिक विषयों पर फिल्म का निर्माण किया जा रहा है ।मौके पर कलाकार राहुल वर्मा राजकमल गुनगुन रंजन सिन्हा सौरव गिरि अभिषेक प्रजापति आरती सक्सेना संजय कुमार कृश मुकेश कई स्कूलों के प्रधानाचार्य सहित सैकड़ो की संख्या स्कूली बच्चों व उनके परिजन मौजूद थे ।
विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष
NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि..... " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है । हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्
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