भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप 2.0 में एमएस कॉलेज से एनएसएस के मिशन सैनिटेशन टीम द्वारा शहर के आसपास के गांवों में भ्रमण करके प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग एवं उसके रिसाइकल को समझाने का प्रयास किया गया।
मुंशी सिंह कॉलेज की एनएसएस टीम द्वारा स्थानीय मध्य विद्यालय के बच्चों को इससे संबंधित जानकारियां दी गई एवं प्लास्टिक के बोरे से दो डस्टबिन एक सूखे कचरे के लिए एवं एक गीले कचरे के लिए बनाने की विधियां बताई गई।
इसके साथ ही साथ वेस्ट वेस्ट प्लास्टिक की बोतलों आदि को अपने दैनिक जीवन में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है घर के सजावट में उनका उपयोग कैसे किया जा सकता है की विधियां बताई गई इसके साथ ही साथ कंपोस्ट खाद बनाकर उसका उपयोग करना भी सिखलाया गया
एनएसएस वॉलिंटियर्स द्वारा विद्यालय की दीवार पर स्वच्छता के जागरूक को लेकर बच्चों के साथ मिलकर पेंटिंग किया गया
साथ ही साथ गांव में वृक्षारोपण, ब्लीचिंग पाउडर की छिटाई का भी काम किया गया।
मिशन सैनिटेशन के तहत एनएसएस वॉलिंटियर्स द्वारा पूरे गांव की कचरे को एक ट्रैक्टर में जमा कर उन्हे एक जगह पर रखा गया तथा स्थानीय मुखिया से बात कर हर वार्ड में 2 डस्टबिन की मांग की गई
इस मौके पर एनएसएस मिशन सैनिटेशन की टीम के अंतर्गत रौशन, आनंद, संजीव, अनामिका, सिमरन, अकर्षना तथा ग्रामीण मौजूद थे।।
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