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मोतिहारी के शायर जनाब रफी साहब

कलम से जादू बिखेरी है आपने, डर लगता हैआपके लिए कलम चलाने में।।            .मोतिहारी के जाने माने शायर #जनाब_रफी_साहब सिर्फ एक शायर ही नहीं बल्कि एक जिंदादिल  इंसान भी है। आप पेशे से एक #शिक्षक एवं #पत्रकार हैं । एवं सामाजिक दृष्टिकोण से आप एक कुशल समाजसेवी व वक्ता हैं। वर्तमान समय में आप मोतिहारी शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय जीवन पब्लिक स्कूल में शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है।                 आपका मानना है कि पूरा समाज वैचारिक दृष्टिकोण से बना बढ़ा है एवं विचारों के माध्यम से ही इस में परिवर्तन लाया जा सकता है। अपनी कविता के माध्यम से भी आपने मोतिहारी शहर की से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपनी मुखर राय व्यक्त की है। चाहे वह मोतीझील का मुद्दा हो, चाहे वह साफ सफाई का मुद्दा हो या छात्रों के शैक्षणिक विकास से संबंधित मुद्दा हो।।                श्रीमान आपका विचार क्रांती अभियान सफल हो । एवं हमारा मोतिहारी शहर आपके गुण विचार एवं लिखने से सदा लाभान्वित होता रहे इन्हीं शब्दों के साथ आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।।                आपका नकुल कुमार 8083686563 फाउंडर  बचपन पढ़ाओ आन्दोलन NTC CLUB M

....उल्झन

उलझाने तो मकड़ी के जाल सी है, एक बार जो झाड़ू तुम उठाओ नकुल।।

......प्रधान सेवक के आंसू

फफक फफक कर, इतना रोना, जायज नहीं साहब।। कि जी एस टी के जमाने में , गील्सरीन मंहगा न करो।।

............होठों पर तेरी

सुर्ख होठों पर तेरी, जो लाली थी ।  वह लाली,                                                                   चुराई है किसने ।। हमने शामों-पहर, ख्वाबों में पाया हैं तुमको।  घर उसका जले,  जुदाई की साजिश की हैं जिसने ।। इक वफा तुम भी करो, इक वफा हम भी करें। आओ अब संग जीएं, आओ अब संग मरे।।

.....होठों पर तेरी।

सुर्ख होठों पर तेरी, जो लाली थी ।  वह लाली,                                                                               चुराई है किसने ।। हमने शामों-पहर, ख्वाबों में पाया हैं तुमको।  घर उसका जले,  जुदाई की साजिश की हैं जिसने ।। इक वफा तुम भी करो, इक वफा हम भी करें। आओ अब संग जीएं, आओ अब संग मरें।।

बैठक संपन्न

मोतिहारी। बैठक में विभिन्न बातों पर हुई चर्चा रिपोर्टर अफ़ज़ल आलम, संपादक: नकुल कुमार Nakul Media House WhatsApp 8083686563 मोतिहारी। रास्ट्रीय मानवधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग की एक बैठक जिला मुख्यालय के एकक सभागार में आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता तसनीम ज्या जबकि संचालन कमरे आजम ने की। जिसमें जिले के सभी प्रखण्ड के प्रखण्ड अध्यक्ष सहित जिला के सभी प्रकोष्ठ के सदस्य उपस्थित हुए। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने अपनी अपनी परिचय सहित अपनी अपनी बातों को भी रखा। आयोग के जिला अध्यक्ष तसनीम ज्या ने बताया कि इस बैठक में विभिन्न एजेंडों पर चर्चा हुई जिसमें मुख्य एजेंड यह रहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग द्वारा एक जिला सम्मेलन किया जाए । और इस जिला सम्मेलन कराने के लिए जिला के सभी सदस्यों ने हामी भरी। जो अगले साल फरवरी या मार्च में आयोजित होगी। और इस बैठक में जिले के अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का आहवान भी क्या गया है। दूसरी बात यह कि इस बैठक में और भी कुछ  मुद्दों पर विशेष बल दिया गया। जिसमें महिला उत्पीड़न, गैर कानूनी काम,मानव तस्करी, साम्प्रदायिक हिंसा, एफ आई आर दर्ज नही करना

....... मोरी देवी मईया

#पत्थरों_में_खो_गईं_मोरी_देवी_मईया । सुना हैँ... पहले बोलती थी, कभी खुद, कभी किसी के शरीर मेँ आकर। पर......पर अब तो जैसे खामोश रहने लगी हैं, मोरी देवी मईया। कई बार गया, कभी पान-बताशा, तो कभी नारियल-ईलायची लेकर,     लेकिन हर बार खामोश रही मोरी देवी मईया। कितना मै रोया सिरपटक-पटक, अपने आँशुओं से उनके चरणों को धोया, एक बार भी न देखी, मोरी देवी मईया। मै दुबारा गया, मैट्रिक,इण्टर, डिप्लोमा की डिग्री लेकर, कुछ कह भी न पाई, मोरी देवी मईया। तभी अचानक... अचानक एक आवाज मेरे चारो ओर गुँजने लगी। मै...मै उस तरफ तेजी से दौड़ा, उधर एक वृद्दा(बुढी औरत) मिली। मैनें उसके चरण पकड़े और पूछा. कि कहाँ गई,मोरी देवी भईया...? कपकपाते स्वर में, उस वृद्दा ने कहा... "कहाँ ढूँढते हो, इन बेज़ान पत्थरो में, ...अब बेटियों में बसती हैं,     तेरी देवी मईया।" ...लेखक:- नकुल कुमार मोतिहारी,पुर्वी चम्पारण बिहार,845401 (भारत) WhatsApp 08083686563