गत वर्ष बाढ़ के तांडव ने पूरे क्षेत्र के जन जी्वन को अस्त किया था ! लाखों लोग विस्थापित हुए थे और सैकड़ों लोग मारे गए थे ! दर्जनों सरकारी और सामाजिक संस्थाओं ने मदद के लिए आगे आकर राहत कार्य किया था ! पिछले साल के उस मंजर को याद कीजिए और सरकारी स्तर पर भविष्य मे उस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए किए गए प्रयासों पर गौर कीजिये ?! आप पाएँगे कि इतनी बड़ी विपदा झेलने के बावजूद भविष्य मे ऐसी किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए !
कब तक आप इस व्यवस्था को राम भरोसे चलते रहने देंगे ? क्या हमारी जागरूकता सिर्फ घटना के घटित होने पर ही उभरती है ? तो फिर तैयार हो जाइए चिउड़ा , मिट्ठा के साथ अपने लोगों को मदद पहुँचाने के लिए ! और तैयार हो जाइए सेल्फी विद बाढ़ के लिए ! क्योंकि एक बार फिर वही मंजर आने वाला है (खुदा न करें) !
न जाने ये गुलामों वाली प्रवृत्ति कब तक हमारे अंदर समाहित रहेगी ? कब तक हम अपनी व्यवस्था से सवाल नहीं करेंगे ? कब तक हमारे हुक्मरान अपनी कुर्सी को सिर्फ भोग विलास के रूप मे देखते रहेंगे ? और न जाने कब तक हम उनके निकम्मेपन को सहते रहेंगे ? न जामे कब तक आजाद भारत के लोग सिर्फ वोट करते रहेंगे ?
-अनसारूल .
विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष
NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि..... " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है । हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्
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