खामोश होता है दिल,
जब पहली बारिश पड़ती है।
कुछ कहती नहीं बैठी रोती है,
कुछ तो गम है सीने में उसके ।
जाने क्यों छुपाती है,
खामोश होता है दिल,
जब पहली बारिश पड़ती है।
हो जुदा दिल मुझसे,
दगा ना करें तुझसे,
कभी तो मेरे पास,
सुन कर मेरी अरदास,
जब याद आती है तेरी,
नैनों से आंसू बहती है।
खामोश होता है दिल,
जब पहली बारिश पड़ती है।।
कविराज: सुनील
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