पटना। अपनी हिम्मत और लगन के बदौलत तुलिका वैश आज फैशन की दुनिया में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुयी है लेकिन इन कामयाबियों को पाने के लिये उन्हें अथक परिश्रम का सामना भी करना पड़ा है।
बिहार की राजधानी पटना में जन्मीं तुलिका के पिता श्री राजीव रंजन सिंह और मां श्रीमती मीना सिंह घर की लाडली छोटी बेटी को डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाहते थे। बचपन के दिनों में तुलिका की रूचि फैशन की ओर थी।जाने माने फैशन डिजाइनर रोहित बाल को अपना आदर्श मानने वाली तुलिका उन्हीं की तरह फैशन की दुनिया में अपनी पहचान बनाने की ख्वाहिश रखा करती।वह बचपन के दिनों से ही अपने डिजाइन किये हुये कपड़े पहना करती थी।
उन्होंने मैट्रिक तक की पढ़ाई राजधानी पटना के प्रतिष्ठित माउंट कार्मेल स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने पटना वुमेन्स कॉलेज से इंटरमीडियट की पढ़ाई पूरी की। इंटरमीडियट की पढ़ाई पूरी करने के बाद तुलिका आंखो में बड़े सपने दिले राजधानी दिल्ली आ गयी जहां उन्होंने फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया। इसके बाद उन्होंने कई नामचीन कंपनियों में फैशन डिजाइनर हेड के तौर पर काम किया।
जल्द ही तुलिका की मेहनत रंग लायी और उन्हें उनके आदर्श रोहित बाल की कंपनी में बतौर फैशन कोआर्डिनेटर के तौर पर काम करने का अवसर मिला। उनकी मेहनत और लगन को देखते हुये उन्हें कंपनी का सीनियर फैशन डिजाइनर भी बनाया गया। वर्ष 2009 में तुलिका की की शादी बिजनेसमैन सत्यजीत वैश से हो गयी।जहां आम तौर पर युवती की शादी के बाद उसपर कई तरह की बंदिशे लगा दी जाती है लेकिन उनके साथ के साथ ऐसा नही हुआ। तुलिका के पति के साथ ही ससुराल पक्ष के सभी लोग ने उन्हें हर कदम सर्पोट किया। तुलिका ने बताया कि उन्हें उनके बड़े भाई मानवेन्द्र सिंह और भाभी अंशु सिंह तथा बहन ममता सिंह से भी काफी सपोर्ट मिला है।
वर्ष 2017 में तुलिका वैश ने अपना खुद का फैशन हाउस “तुलस्या” लांच किया जिसे राष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहना मिल रही है। तुलिका वैश खादी से बने परिधानों को काफी प्रमोट कर रही हैं। वह बिहार के फैशन को वैश्विक मंच पर ले जाना चाहती है।उनका कहना है कि बिहार प्रतिभा के मामले में किसी भी दूसरे राज्य से कम नहीं है। फिर चाहे वह फिल्म हो, फैशन हो या फिर कला का क्षेत्र हर जगह बिहार के लोगों ने अपनी सफलता के झंडे गाड़े हैं।राजधानी पटना किसी भी मेट्रो शहर से किसी भी मायने में कम नहीं है।
तुलिका वैश ने कहा हमारा युवा वर्ग फैशन इंडस्ट्री और ग्लैमर जगत से जितना प्रभावित है उतना ही आतुर वह उनमें जाने के लिए भी है। आधुनिक युग में युवा सिर्फ ढंकने और सुंदर बनने के लिए ही कपड़े नहीं पहनता बल्कि अब यह हमारे स्टेट्स और फैशन फंडे का सिंबल बन चुका है।
वैश्विक फैशन जगत में भारत की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा अच्छे से अच्छे ब्रांड के कपड़े पहनना सबसे अच्छा तथा लेटेस्ट डिजाइन पहनना और हमेशा स्टाइलिश बनाना आज के युवा का शौक है जिसे संभव करते हैं फैशन डिजाइनर। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स सबसे ज्यादा प्रचलित हुआ है। मेरी ख्वाहिश है बिहार का फैशन वैश्विक मंच पर सराहा जाये। उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द पटना में भी तुलिका डिजाइन का ब्रांच खोलने जा रही हैं।
वैश ने बताया कि वह बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन की स्टाइल और फैशन सेंस से बहुत प्रभावित है और उन्हें अवसर मिलता है तो वह उन्हें अपने डिजाइन किये हुये परिधान पहनाना चाहती है। उन्हें गार्डनिंग और इंटरीयिर डिजाइन में भी काफी दिलचस्पी है।
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