छौडा़दानौ/मोतिहारी। सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेंज के प्रयास से संचालित चैम्पियन परियोजना के अंतर्गत पूर्वी चंपारण जिला के छौडा़दानौ प्रखंड के दरपा पंचायत के वार्ड संख्या 11 की वार्ड सदस्य कुंती देवी की अध्यक्षता में कोरोना महामारी के दौरान घरेलू हिंसा एवं अन्य सामाजिक रूप से स्थापित लैंगिक भेदभाव को रोकने के लिए एक वार्ड स्तरीय टास्क फ़ोर्स का गठन किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वहाँ टास्क फ़ोर्स में वार्ड सदस्य को पदेन अध्यक्ष बनाते हुए पंच को उपाध्यक्ष एवं सदस्य के रूप में गांव की आशा, जीविका समूह से जुडी स्वयं सहायता समूह की सदस्य, सक्रिय पुरुष, किशोर/किशोरी के रूप में मनोनीत किया गया।
बैठक में संयुक्त रूप से प्रस्ताव लिया गया की टास्क फोर्स के सदस्य प्रत्येक माह के पहले सप्ताह के हर सोमवार को बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करेंगे जिसमें टास्क फ़ोर्स के सदस्य घरेलू हिंसा एवं लैंगिक भेदभाव संबंधी अपने अनुभवों को साझा करेंगे।
उक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया की अगर किसी परिवार में घरेलू हिंसा या अन्य संबंधी लैंगिक हिंसा की शिकायत प्राप्त होती है तो वार्ड सदस्य, टास्क फ़ोर्स में से किसी तीन सदस्यों को एक टीम गठित कर संबंधित परिवार के पास समस्या का समाधान हेतु अधिकृत करेंगे. यह भी चर्चा किया गया की अगर मामला अधिक गंभीर/संगीन है तो, वार्ड सदस्य इस मुद्दे को सरपंच/मुखिया को ले जाने के लिए अधिकृत होंगे।
इतना ही नहीं वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में प्रत्येक महीना कम से पांच जागरूकता बैठक विभिन्न समूहों (माता समूह, पुरुषों का समूह, किशोर/किशोरियों का समूह, मिक्स समूहों) के साथ बैठक करना सुनिश्चित करेंगे।
मौके पर वार्ड सदस्य ने यह भी बताया की वे एवं अन्य सदस्यगण प्रत्येक माह लगभग 10 परिवारों में जाकर जेंडर ऑडिट करना सुनिश्चित करेंगे ताकि बच्चों की परवरिश में भेदभाव, घरेलू हिंसा जैसे मुद्दों को उजागर कर उसपर यथोचित कार्यवाही की जा सके।
साथ ही साथ यह भी तय किया गया की टास्क फोर्स की टीम हर दो माह में पंचायत के मुखिया एवं सरपंच के सम्मुख अपने कार्यों का प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करेंगे।
इस तरह के कार्यक्रम से महिला वार्ड सदस्य एवं उनके समुदाय के सदस्यों को यह आशा है की इस प्रकार का प्रयास निश्चित रूप से घरेलू हिंसा पर् ना केवल लगाम लगायेगा वरण समाज में लैंगिक भेदभाव, पितृसत्ता जैसे मुद्दों पर् भी लोगों को संवेदनशील बनाते हुए लोगों को उनका महिलाओं एवं लड़कियों के प्रति नजरिया में बदलाव लाने के साथ साथ उन्हें बराबरी का हक, सम्मान और अधिकार देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
Comments