Skip to main content

केविवि के मीडिया अध्ययन विभाग में लगी चित्र प्रदर्शनी

रिपोर्ट : नकुल कुमार 

 पूर्वी चम्पारण। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के मीडिया अध्ययन विभाग में बीजेएमसी द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा निर्मित चित्र प्रदर्शनी आयोजित की गई. 

उक्त प्रदर्शिनी का उद्घाटन विवि के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रफ़ीक उल इस्लाम एवं वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शिरीष मिश्रा ने किया.

मीडिया ध्यान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार झा की अध्यक्षता में आयोजित उक्त कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि एवं प्रदर्शनी के निर्णायक मंडल के सदस्य द्वय वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. शिरीष मिश्र और प्रो. रफ़ीक उल इस्लाम थे. वही कार्यक्रम का संयोजन मीडिया अध्ययन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सुनील दीपक घोडके ने किया.

 प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए प्रो. रफ़ीक उल इस्लाम ने मीडिया अध्ययन विभाग के इस अनूठे पहल की सराहना की. उन्होंने जनसंचार और पत्रकारिता के पठन-पाठन में फोटोग्राफी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे छात्रों की रचनात्मकता और कल्पनाशीलता में वृद्धि होगी और उनके अंदर नए दृष्टिकोण का जन्म होगा।
फोटोग्राफी में 'कैप्शन' के महत्व पर छात्रों से विशेष रूप से चर्चा की. वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. शिरीष मिश्रा ने प्रदर्शनी में शामिल चित्रों की प्रशंसा करते हुए फोटोग्राफी के क्षेत्र में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूद विभिन्न संभावनाओं से छात्रों को अवगत कराया।

प्रदर्शनी में बीएजेएमसी द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों द्वारा संकलित चित्रों को शामिल किया गया था. विद्यार्थियों ने फोटोग्राफी के विषय के रूप में प्रकृति, पर्यावरण. मोतिहारी के लोकप्रिय व दर्शनीय स्थलों को कैमरे में कैद कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया

प्रथम अभिषेक कुमार , द्वितीय राशि सिंह और तृतीय स्थान पर गौरव कुमार गोलू और शुभांगी रही

मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने इस अवसर पर छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि मीडिया के छात्रों के लिए फोटोग्राफी के सैद्धांतिक और व्यवहारिक पक्षों पर प्रमुखता से ध्यान देने की आवश्यकता है.जो उन्हें मुख्यधारा की मीडिया में रोजगार के अनुरूप तकनीकी रूप में प्रशिक्षित करने में सहायक सिद्ध होगा.

 कार्यक्रम में मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा, विभाग के सहायक आचार्य डॉ परमात्मा कुमार मिश्र , डॉ. साकेत रमण, डॉ. सुनील दीपक घोड़के, डॉ. उमा यादव सहित शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित थे.

Comments

Search This BLOG

विद्या निकेतन के प्राचार्य डॉ दीनबंधु तिवारी जी का छात्रों के नाम संदेश..... स्वतंत्रता दिवस पूर्व संध्या विशेष

  NTC NEWS MEDIA/MOTIHARI मोतिहारी मैं हिंदी माध्यम स्कूलों में विद्या निकेतन एक सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्वयं को वर्षों से स्थापित किए हुए हैं और इसका सारा श्रेय इस विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दीनबंधु तिवारी जी को जाता है जिन्होंने 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर छात्रों के नाम संदेश प्रेषित किया है सर कहते हैं कि.....   " 72वे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुझे यही कहना है कि आज के छात्र देश के भावी कर्णधार नागरिक बनेंगे उन्हें अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर पूरे लगन एवं मनोयोग से अध्ययन करना चाहिए जिससे हमारा देश का चतुर्दिक विकास हो आर्थिक वैज्ञानिक या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारा देश अन्य सभी देशों से आगे बढ़े यह किसी एक आदमी के करने से संभव नहीं होगा बल्कि हम सभी की सहभागिता से संभव है ।   हम छात्रों को यही सुझाव देना चाहेंगे कि वह अपने मस्तिष्क को रिसर्च की तरफ प्रेरित करें परंपरागत शिक्षा से अलग हटकर व्यवसायिक शिक्षा की तरफ अपनी कदम बढ़ाए देश में बेरोजगारी दूर करने हेतु रोजगार उन्मुक्त शिक्षा की तरफ वह सब लोग प्रवृत्त हो हम किसी को भी वैज्

व्यक्ति विशेष में पढ़िए मोतिहारी के लाल रामनिवास सिंह की कहानी जिन्होंने 100 रुपया से एक करोड़ की कंपनी बना डाली...

मोतिहारी /नकुल कुमार  मोतिहारी। "कौन कहता है आसमान में सुराग नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो" .......उपरोक्त पंक्तियों को चंपारण के गरीब किसान के बेटे रामनिवास सिंह ने अपनी कड़ी मेहनत एवं बौद्धिक कौशल के बल पर 1 करोड़ से ज्यादा के टर्नओवर की कंपनी बनाकर साबित कर दिया है। कौन है रामनिवास सिंह:- रामनिवास सिंह पूर्वी चंपारण जिले के पताही थाना क्षेत्र के रतनसायर गांव के किसान आनंद किशोर सिंह के पुत्र हैं। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे रामनिवास सिंह शुरू से ही पिता के साथ साथ माता एवं भाई बहनों के दुलारे रहे हैं किंतु परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी ना होने के कारण पिता को उनसे जीविकोपार्जन के सिवा कुछ खास उम्मीद नहीं थी जिस कारण उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव की स्कूल में संपन्न हुई। मुंबई की यात्रा, संघर्ष एवं जीवन का टर्निंग प्वाइंट:- 2003 के आते-आते परिवार की माली स्थिति इतनी खराब हो गई कि मैट्रिक का फॉर्म भरने के लिए उनके पास ₹100 तक नहीं थे जिस कारण से वे करंट ईयर में मैट्रिक की परीक्षा देने से वंचित रह गए। उन्हीं दिनों उनके पिता आनंद किशोर सिंह न

29 एवं 30 जून को होगा चंपारण युवा संसद का आयोजन

आगामी दिनांक 29 व 30 जून को मुंशी सिंह महाविद्यालय में होने वाले दो दिवसीय चम्पारण युवा संसद कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु आयोजन समिति रेनू फाउंडेशन के बैनर तले स्थानीय कार्यालय में बैठक की गयी | इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु तैयारियों एवं कार्यक्रम के रुपरेखा पर विचार विमर्श किया गया |। इस कार्यक्रम का उद्देश्य चम्पारण का समावेशी  विकास वो उसके रोडमैप तथा विकास कार्यो में आ रहे अड़चनो की भी चर्चा स्थानीय जनप्रतिनिधि कानूनविद , शिक्षाविद तथा अलगअलग क्षेत्रो के जानकारों के समक्ष रखा जायेगा, साथ ही साथ छात्रों वो  नौजवानो को भारतीय संविधान एवं संसद की कार्यवाही की जानकारी भी दी जाएगी। बैठक में संस्थापक राहुल सिंह रेनू , संरक्षक अधिवक्ता पवन कुमार सिंह  ,अधिवक्ता कुंज रमन मिश्र , डॉ हेमंत झा , अधिवक्ता निशांत कुमार , सिद्धार्थ मिश्र , सुधांशु देव , विजय कुमार समेत  आयोजन समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे |

मोतिहारी में श्रद्धांजलि सभा में पुष्पांजलि अर्पित कर दी गई अरुण जेटली को भावभीनी श्रद्धांजलि

मोतिहारी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार सुबह दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 66 साल के थे। जेटली की तबीयत पिछले कुछ समय से खराब चल रही थी। अपनी खराब सेहत के चलते उन्होंने सक्रिय राजनीति से खुद को दूर कर लिया था। हालांकि, वह राज्यसभा के सदस्य थे। जेटली का इलाज अमेरिका में हो चुका था। जेटली के निधन का समाचार पाकर देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है। अरुण जेटली के निधन पर भाजपा संगठन जिला मोतिहारी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिला कार्यालय, गांधी कॉम्प्लेक्स में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।श्रद्धांजलि सभा में अरुण जेटली के चित्र पर उपस्थित लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी भावभीनी संवेदना प्रकट की। गौरतलब है कि 28 दिसंबर को 1952 में नई दिल्ली पैदा हुए अरुण जेटली ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के सेंट जेवियर्स स्कूल से की जबकि स्नातक की पढ़ाई श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से की। साल 1974 में वो दिल्ली विश्व विद्यालय के छात्र संगठन के अध्यक्ष भी रहे।        अरुण जेटली के निधन

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में डीएसपी ने बच्चों को दिये पढ़ाई के टिप्स।

NTC NEWS MEDIA/ पकड़ीदयाल नक्सल प्रभावित क्षेत्र में डीएसपी ने बच्चों को दिये पढ़ाई के टिप्स। पकड़ी दयाल शेखपुरवा रोड स्तिथ "कुमार विजन क्लासेज"  मे  बच्चों को पढ़ाई का टिप्स देते डीएसपी। छात्रों को सफलता हासिल करने को लेकर 10 से 12 घंटा पढ़ाई करना चाहिये। बच्चों को पढ़ाई के साथ नैतिकता,अनुशासनात्मक एवं संस्कारित ढंग से अध्ययन करना चाहिए। बच्चों को सुबह उठकर माता पिता का पैर छूने के बाद ही पढ़ाई में लगना चाहिए।                         उक्त बातें पकड़ीदयाल डीएसपी दिनेश  कुमार पाण्डेय ने पकड़ीदयाल शेखपुरवा रोड स्तिथ " कुमार विजन क्लासेज"   के प्रांगण में सैकड़ो छात्रों को पढ़ाई में सफलता का मंत्र देते हुये कहा।       लक्ष्य निर्धारित कर करे पढ़ाई ,मिलेगा सफलता                                                डीएसपी श्री पाण्डेय ने  नक्सल प्रभावित अनुमंडल क्षेत्र  में  शिक्षा के क्षेत्र  में बच्चों को बेहतर करने के लिये चलाये जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को कुमार विजन क्लासेज के प्रांगण में सुबह 7 बजे पहुँच बच्चों को दो घंटे पढ़ाई का टिप्स देते हुए कहा कि आप जितने ऊपर के क्लास

डांस के क्षेत्र में कामयाबी के बाद अब फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में भी अपना जलवा बिखेर रही हैं अनुमति सिंह

पटना। डांस के क्षेत्र में कामयाबी का परचम लहराने के बाद अनुमति सिंह ने अब फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में भी अपना जलवा इंडिया 2019 प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और मिसेज फोटोजेनिक और मिसेज टैलेंटड का खिताब अपने नाम कर लिया।        उड़ीसा में जन्मीं अनुमति सिंह के पिता श्री रवीन्द्र नाथ दास रेलवे में कार्यरत थे जबकि उनकी मां श्रीमती गोलापी देवी दास गृहणी हैं। दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटी अनुमति को उनके घर वालों ने अपनी राह खुद चुनने की आजादी दे रखी थी।बॉलीवुड की धकधक गर्ल माधुरी दीक्षित के डांस से प्रभावित होने की वजह से अनुमति सिंह उनकी तरह ही डांस के क्षेत्र में नाम रौशन करना चाहती थी। अनुमति स्कूल में होने वाले श सांस्कृतिक कार्यक्रम में डांस परफार्म किया करती और जिसके लिये उन्हें काफी सराहना मिला करती थी। अनुमति सिंह ने अपनी प्रारिंभिक शिक्षा उड़ीसा से पूरी की। इस बीच उनकी शादी बिजनेस मैन श्री अभय प्रताप सिंह से हो गयी।अनमति सिंह यदि चाहती तो विवाह के बंधन में बनने के बाद एक आम नारी की तरह जीवन गुजर बसर कर सकती थी लेकिन वह डांसिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाना चाहती थ

बॉलीवुड में राज करना चाहते हैं अमित कुमार भारती

पटना। बिहार के नालंदा जिले के बिहार शरीफ के रहने वाले अमित  कुमार  भारती ने मॉडलिंग हंट शो मिस्टर एंड मिस मगध सीजन 02 में फर्स्ट रनर अप का खिताब अपने नाम कर लिया हो लेकिन उनके बड़े सपने अभी पूरे होने बाकी  है।  सुपरनोवा इवेंट मैनेजमेंट की ओर से हाल ही में बिहारशरीफ में मिस्टर एंड मिस मगध सीजन 02 का फिनाले हुआ जिसमें अमित ने फर्स्ट रनर अप काऋ खिताब अपने नाम किया।  अमित के पिता कृष्णा कुमार बिजनेस जबकि मां श्रीमती  सावित्री देवी गृहणी है। अमित के तीन भाई और चार बहनें है।  अमित की  प्रारंभिक शिक्षा मुंबई से हुई जहां उनके पिता बिजनेस किया करते थे। कुछ  समय के बाद अमित अपने परिवार वालों के साथ अपने गृह जिले नालंदा आ गये।  बचपन के दिनों से अमित की रूचि मॉडलिंग और अभिनय की ओर थी।  शाहरूख खान को  आदर्श मानने वाले अमित अभिनय के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते थे। हाल ही में उन्हें सोशल मीडिया पर मिस्टर एंड मिस मगध सीजन 02 के बारे  में पता चला और उन्होंने इस शो में हिस्सा लिया।  अमित ने बीटेक की पढ़ाई  की है। वह इन दिनों एमबीए की पढ़ाई कर रहे हैं। अमित भारत

जब कलेक्टर के साथ स्कूल पहुँची खुशी... पढ़िए रितु साहू की रिपोर्ट

जेल में 6 साल से बेगुनाही की सजा काट रही खुशी का हुआ इंटरनेशनल स्कूल में एडमिशन, कलेक्टर के साथ स्कूल पहुँची खुशी बिलासपुर (छग) जब एक पिता अपनी बेटी को खुद से विदा करता है तब दोनों तरफ से सिर्फ आंसू ही बहते हैं। आज बिलासपुर केंद्रीय जेल में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जेल में बंद एक सजायफ्ता कैदी अपनी 6 साल की बेटी खुशी( बदला हुआ नाम) से लिपटकर खूब रोया। वजह बेहद खास थी। आज से उसकी बेटी जेल की सलाखों के बजाय बड़े स्कूल के हॉस्टल में रहने जा रही थी। करीब एक माह पहले जेल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ संजय अलंग की नजर महिला कैदियों के साथ बैठी खुशी पर गयी थी। तभी वे उससे वादा करके आये थे कि उसका दाखिला किसी बड़े स्कूल में करायेंगे। आज कलेक्टर डॉ संजय अलंग खुशी को अपनी कार में बैठाकर केंद्रीय जेल से स्कूल तक खुद छोड़ने गये। कार से उतरकर खुशी एकटक स्कूल को देखती रही। खुशी कलेक्टर की उंगली पकड़कर स्कूल के अंदर तक गयी। एक हाथ में बिस्किट और दूसरे में चॉकलेट लिये वह स्कूल जाने के लिये सुबह से ही तैयार हो गयी थी। आमतौर पर स्कूल जाने के पहले दिन बच्चे रोते हैं। लेकिन खुशी आज बेहद खुश

भगवान से कम नहीं है.....इमरजेंसी वाले डॉक्टर साहब

छत्तीसगढ़। इस देश में हर वर्ग के हिसाब से हर इंसान की हैसियत के हिसाब से और हर इंसान की चॉइस के हिसाब से हर किसी का अपना एक डॉक्टर होता है।उच्च श्रेणी के उच्च वर्ग वाले लोगों के फैमिली डॉक्टर होते हैं। मध्यमवर्ग वालों के लिए चैरिटेबल, सरकारी या थोड़े से सस्ते वाले डॉक्टर होते हैं। गांव में पाए जाने वाले कंधे पर झोला टांग कर घूमने वाले भी देशी डॉक्टर होते हैं। जो किसी डॉक्टर के पास इंजेक्शन लगाने गोलियां दवाइयां देने का काम सीख कर गांव वालों की सेवाएं करते हैं। अब गांव वालों के लिए तो वह भी भगवान से कम नहीं है, जो मौके पर उनके कष्ट का निवारण कर उन्हें दर्द से निजात दिलवा देते हैं। साईकल पर गली में खड़े खड़े ही मरीजों की ओ पी डी से लेकर एम आर आई तक करने वाले गांव के डॉक्टर जब किसी मरीज को देखते हैं, तो मरीज उन से तरह-तरह के सवाल और अपने दर्द के बारे में तलब करते हैं। सिर में दर्द है,पीठ में दर्द है,कमर में दर्द है यह दवाई ले लो। क्या इससे काम चल जाएगा....? चिंता मत करो सारी बिमारीयों काम तमाम करेगी। इस तरह से बिना बेड पर लेटा कर इलाज कर देने वाले, मौके पर काम आने वाले इन झोला टां

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ थीम पर संपन्‍न हुआ न्‍यू बूगी - बूगी ऐकेडमी का वार्षिकोत्‍सव

प्रेमचंद रंगशाला में बच्‍चों ने सजायी डांस की म‍हफिल, दिया पुलावामा के शहीदों को श्रद्धांजलि पटना। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ थीम पर आयोजित न्‍यू बूगी - बूगी डांस ऐकेडमी का 23 वां वार्षिकोत्‍सव रविवार को पटना स्थित प्रेमचंद रंगशाला में संपन्‍न हो गया। इसका विधिवत उद्धाटन ऐकेडमी के शिक्षकों ने दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर किया। 23 वां वार्षिकोत्‍सव के मौके पर ऐकेडमी तकरीबन 400 छात्रों ने हिस्‍सा लिया और एक से एक पावर पैक परफॉर्मेंस से ऑडिटोरियम में मौजूद सभी दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान डांस, मॉडलिंग, सिंगिंग की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।   कार्यक्रम की शुरूआत गुरूर ब्रह्मा, गुरूर विष्‍णु वंदना से हुई, जिस पर बच्‍चों ने अदभुद प्रस्‍तुति दी। इसके बाद छोटे बच्‍चों ने अपने डांस से हॉल में मौजूद सभी दर्शकों का दिल जीत लिया, तो बड़े बच्‍चे और बच्चियों ने गरीबी, बलात्‍कार और पुलवामा में हुए आतंकी घटना व सर्जिकल स्‍ट्राइक को लेकर बेहतरीन डांस के साथ शहीद भररतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। खुद ऐकेडमी के डायरेक्‍टर अनिल राज ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और उनके बलिदान के महत्‍व को