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BPA1 बचपन पढ़ाओं आन्दोलन -1

Bachpan Padhao Aandolan.                          बचपन पढ़ाओं आंदोलन अपने नए प्रांगण में.............. दिनांक 28.03.2017 से पुनः प्रारंभ हुआ।( सुबह 8 बजे से 9 बजे तक) आज कुल दस बच्चों की उपस्थिति रही। प्रचार-प्रसार ज...

Private sector script by Nakul Kumar

नकुल की कलम से.....…...............✍            *प्राईवेट सेक्टर में सैलरी कम व शोषण ज्यादा है । समय की पाबंदी में खुद को मशीन बना देने पर भी, आपका मनोबल तब धराशाई हो जाता है जब आप में हजारों खाम...

Shabd poem by Nakul Kumar

शब्दों संग, शब्दों में खोने लगा हूं। आखिर मैं तेरा, होने लगा हूं। मेरी कविता में, शब्दों की मोती है तू। मेरे ख्वाबों की बाहों में, सोती है तू। कई शब्द, बेशब्द हुए, अनाथ पड़े हैं। ...

Holi poem By Nakul Kumar

*होली है...........* आनंद मंगल गाओ, भईया होली खूब मनाओ।। नए नए पकवान, भईया मिल बांटकर खाओ।। इस होली में सारे, भईया भेदभाव भूल जाओ।। झूम झूम के गाओ भईया, झूम झूम के गाओ ।। रंगों की रंगोली मे...

Love Poem by Nakul Kumar

मेरे , दिवा स्वप्न की संगीनी, मोहे अंग से अंग लगाने दे । हर बार विमुख मै जीता रहा , इस बार संग मर जाने दे । सांसो का ऐसा संगम हो, प्रर्णयातुर दृश्य विहंगम हो । शब्द भी झंकृत करते हो, ...

Champaran Youth conference 1 April 2017

Selected Speaker#6#Nakul kumar from East Champaran,Bihar,India. ================================================= मैं नकुल कुमार, मोतिहारी पूर्वी चंपारण बिहार का रहने वाला हूं। मेरा जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ। अपने माता-पिता के नौ संतानों में मैं चौथे स्थान ...

Critic Poem By Nakul Kumar

मेरे पागलपन की चर्चा, सारे शहर में फैली है। पर इस पागलपन में भी, तुम्हें पहचानता हूं, यह ख़बर भी, सरेआम कर दो।। कुछ अफवाहें,जो तुमने फैलाई है, कुछ अपनी मिलाकर।चलो, अब उनका काम , त...