Skip to main content

Posts

Champaran Youth Conference 2017

आज दिनांक 01.04.2017 को मोतिहारी गांधी संग्रहालय में चंपारण यूथ कांफ्रेंस 2017 का आयोजन ख्वाब फाउंडेशन के तत्वावधान में किया गया । उक्त कार्यक्रम में पूरे भारत से आए हुए युवाओं ने अप...

Anti Romiyo

तुम्हारे तड़प में, मैं जीने लगा हूं।। तुम्हारा जहर, मैं पीने लगा हूं। और खुशनसीबी रही होगी, उस रोमियो की, जिससे तुमने बेवफाई की होगी । मैं तो, बस यूं ही फंस गया, जान बूझकर, तुम्हारी, कसौटी पूरण को नहीं, अपितु, उन सबको बचाने के लिए, जो तुममें वासना, और जिनमें तुम अवसर तलाशती थी । तुम्हारी बेवफाई ने ही, उन्हें रास्ता दिखाया, आगे का।। जीवन जीने की कला, प्रस्फुटित हुई, उनमें वास्तव में, तुम्हारी बेवफाई पूजनीय है।। शुभ रात्रि नकुल कुमार आलोचक मोतिहारी पूर्वी चम्पारण बिहार +91 8789826276 +91 8083686563

BPA1 बचपन पढ़ाओं आन्दोलन -1

Bachpan Padhao Aandolan.                          बचपन पढ़ाओं आंदोलन अपने नए प्रांगण में.............. दिनांक 28.03.2017 से पुनः प्रारंभ हुआ।( सुबह 8 बजे से 9 बजे तक) आज कुल दस बच्चों की उपस्थिति रही। प्रचार-प्रसार ज...

Private sector script by Nakul Kumar

नकुल की कलम से.....…...............✍            *प्राईवेट सेक्टर में सैलरी कम व शोषण ज्यादा है । समय की पाबंदी में खुद को मशीन बना देने पर भी, आपका मनोबल तब धराशाई हो जाता है जब आप में हजारों खाम...

Shabd poem by Nakul Kumar

शब्दों संग, शब्दों में खोने लगा हूं। आखिर मैं तेरा, होने लगा हूं। मेरी कविता में, शब्दों की मोती है तू। मेरे ख्वाबों की बाहों में, सोती है तू। कई शब्द, बेशब्द हुए, अनाथ पड़े हैं। ...

Holi poem By Nakul Kumar

*होली है...........* आनंद मंगल गाओ, भईया होली खूब मनाओ।। नए नए पकवान, भईया मिल बांटकर खाओ।। इस होली में सारे, भईया भेदभाव भूल जाओ।। झूम झूम के गाओ भईया, झूम झूम के गाओ ।। रंगों की रंगोली मे...

Love Poem by Nakul Kumar

मेरे , दिवा स्वप्न की संगीनी, मोहे अंग से अंग लगाने दे । हर बार विमुख मै जीता रहा , इस बार संग मर जाने दे । सांसो का ऐसा संगम हो, प्रर्णयातुर दृश्य विहंगम हो । शब्द भी झंकृत करते हो, ...