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क्या मदद करके फंस गए थे...चम्पारण के अजय सिंह.....???

N TC CLUB MED IA/MOTIH ARI 17.07.2018 जाके राखो साइयां मार सके ना कोई.......  जी हां यह पंक्तियां मोतिहारी के पूर्व वार्ड पार्षद अजय सिंह पर बिल्कुल सटीक बैठती है अब प्रश्न उठता है कि अजय सिंह ने ऐसा क्या किया है तो आइए हम बताते हैं अजय सिंह की कहानी उन्हीं की जुबानी। हुआ यूं कि अजय सिंह मुजफ्फरपुर से मोतिहारी आ रहे थे इसी क्रम में पानापुर के पास में पहुंचे ही थे कि अचानक से उन्होंने देखा कि एक लापरवाह बस चालक 2 स्कूली बच्चों को रौंदकर भागने लगा अजय सिंह अपनी गाड़ी से थे वे चाहते हैं तो बस वाले का पीछा करके उसको पकड़ सकते थे किंतु बस वाला तब तक भाग चुका था बच्चे सड़क पर दर्द के मारे करा रहे थे कोई उन बच्चों की सहायता करने वाला नहीं था यह सब कुछ अजय सिंह से देखा नहीं गया एक तरफ अजय सिंह अपने भाई को निहारते जो उनके साथ बैठा हुआ था तो भाई इनको निहारता दोनों का हृदय पिघला और उन्होंने बच्चों को उठाया और घायल बच्चों को हॉस्पिटल पहुंचाया। तब तक बच्चों के परिजनों को भी इसकी सूचना दे दी गई थी परिजन पहुंचते ही सारा का सारा आरोप अजय सिंह पर ही मरती है कि कि हमारे बच्चों का एक्सीडेंट किसी द...

बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार पहुंचे देवघर, की पूजा अर्चना

NTC CLUB MEDIA/Special बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार पहुंचे देवघर, की पूजा अर्चना बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार देवघर पहुँचें जहां उन्होंने  सपरिवार भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना एवं रुद्राभिषेक किया। इसके साथ ही उन्होंने करोड़ों बिहार वासियों के लिए शांति, स्वास्थ्य,सुरक्षा एवं उन्नति के लिए भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना की। मालूम हो कि पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार बिहार के ऐतिहासिक भूमि मोतिहारी पूर्वी चंपारण के रहने वाले हैं एवं वर्तमान समय में वहीं से विधायक हैं। पर्यटन मंत्री बनने के बाद वर्षों से उपेक्षित मोतीझील मैं साफ सफाई अभियान चलाकर उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि जो पिछली सरकारें नहीं कर पाएंगे वह इस सरकार में अवश्य होगा । बताते चलें कि अभी सावन मास की शुरुआत 28 जुलाई से हो रही है सावन में देवघर में करोड़ों की संख्या में बाबा भोलेनाथ के चाहने वाले भक्त बम बम भोले बोल बम बोल बम का नारा लगाते हुए पहुंचते हैं। धार्मिक ग्रंथों में देवघर का इतिहास श्रीलंका के राजा रावण के तपस्वी इतिहास से जुड़ा हुआ है महापंडित रावण हर विद्याओं का ज्ञाता था  एक बार तपस्या ...

न चूल्हा न बांस न डेगची क्या खाक पकेगी बीरबल की खिचड़ी

न चूल्हा न बांस न डेगची क्या खाक पकेगी बीरबल की खिचड़ी मिड डे मील... मिड डे मील... मिड डे मील. .. कब से पढ़ रहे हैं आप ये खबर शायद आपको भी नहीं याद होगा. लेकिन इतना तो याद हो होगा कि साल में क...

देहमंडी के ठिकानों पर छापेमारी, छह नाबालिग और 24 महिला समेत 39 गिरफ्तार

NTC CLUB MEDIA/देहमंडी देहमंडी के ठिकानों पर छापेमारी, छह नाबालिग और 24 महिला समेत 39 गिरफ्तार पूर्णिया पुलिस ने देहमंडी के दो ठिकानों पर छापेमारी करके मंडी से जुड़े 39 लोगों की गिरफ्तारी ...

परिश्रम और मजदूरी

NTC CLUB MEDIA/धार्मिक ज्ञान परिश्रम और मजदूरी: श्रीरामा भाई परिश्रम दो प्रकार का होता है- शारीरिक और मानसिक। कई लोग कुदाली-फावड़े चलाकर शारीरिक परिश्रम करते हैं तो कई विचारों को दौड़ाकर मानसिक परिश्रम करते हैं। ज्ञानी दोनों परिश्रम छोड़कर स्वरूप मैं बैठे हैं, इसीलिए वे दोनों के गुरु हैं। स्थूल परिश्रम छोड़कर जितने सूक्ष्म बनोगे, सामर्थ्य उतना ही ज्यादा आयेगा। पटरियों पर दौड़ती रेलगाड़ी को इंजन खींच ले जाता है, क्योंकि डिब्बों की अपेक्षा इंजन में ज्यादा सूक्ष्मता है। इंजन पर भी ड्राइवर के हाथ का नियंत्रण है। हाथ पर नियंत्रण है ड्राइवर के मन का। मन में गाड़ी को चलाने का संकल्प हो हाथ को इंजन चलाने का आदेश मिल जाता है और रोकने का संकल्प करे तो हाथ ब्रेक पर पहुँच जाता है। इस प्रकार ड्राइवर का मन गाड़ी के डिब्बों, इंजन और उसके शरीर से भी सूक्ष्म है, इसीलिए वह इन सब पर राज्य करता है। इस मन से भी सूक्ष्म है बुद्धि और बुद्धि से भी सूक्ष्म है आत्मा। आत्मा की सत्ता से ही मन में स्फुरणा होती है और मन पुनः आत्मा में लीन होता है। इससे सबसे ज्यादा सामर्थ्यवान है आत्मा। यह आत्मा कहीं दूर नहीं है वरन...

ग्रीन स्कूल क्लीन स्कूल के बच्चों को स्वच्छता उपकरण प्रदान किया गया

NTC CLUB MEDIA/KANPUR Samrat Ashok Vidya Udyan School ( SAHWES ) कानपुर   के बच्चों की नई ग्रीन स्कूल क्लीन स्कूल स्वच्छता टीम को स्वच्छता उपकरण प्रदान किये गए साथ पालीथीन फ्री ज़ोन का पुनर्गठन किया गया. 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 हांलाकि पिछले तीन सालों से यहां (साहवेस द्वारा संचालित स्कूल सम्राट अशोक विद्या उद्यान) में बच्चे पॉलिथीन का प्रयोग नहीं करते हैं. भले ही सभी  मलीन बस्ती में रहते हैं । यहां स्वच्छता के प्रति जागरूक करने हेतु हर वर्ष एक स्वच्छता टीम का गठन किया जाता है. 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 इनमे तमाम बच्चे ऐसे भी हैं जो कल तक कूड़ा बीनते भी थे, फैलाते भी थे, गंदगी में रहते थे ( घर आज भी ऐसी बस्तियों में जहां कूड़े का अंबार लगा होता है) लेकिन आज ये अपने घर परिवार से ज्यादा जागरूक हैं🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 साफ सफाई के लिए बताई गयी बातों का हमने इन बच्चों में अक्षरतः इसका पालन देखा है. न केवल बच्चे साफ सफाई पर ध...